Weather News Update : शाहजहांपुर में तीन घण्टे में रिकॉर्ड 88 मिमी बारिश, दो दिन लगातार होगी बारिश
Weather News Update जेठ की अमावस पर मानसून ने दस्तक दी। आसमान में छाए बादल झूम के बरसे। तीन घण्टे में रिकॉर्ड 88 मिमी बारिश हुई। इससे शाहजहांपुर में बारिश का आंकड़ा 191 मिमी व जनवरी से अब तक 211 मिलीमीटर पहुंच गया जो डेढ़ दशक में सर्वाधिक है।
बरेली, जेएनएन।Weather News Update : जेठ की अमावस पर मानसून ने दस्तक दी। आसमान में छाए बादल झूम के बरसे। तीन घण्टे में रिकॉर्ड 88 मिमी बारिश हुई। इससे शाहजहांपुर में सीजन में बारिश का आंकड़ा 191 मिमी व जनवरी से अब तक 211 मिलीमीटर पहुंच गया, जो डेढ़ दशक में सर्वाधिक है। मूसलाधार बारिश की वजह से न्यूनतम तापमान में भी रेकॉर्ड 7.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई है।आसमान में छाए बादल गुरुवार तड़के वट अमावस्या पर झमाझम बरसे। सुबह 5 बजे से 8 बजे के बीच 88 मिमी बारिश दर्ज हुई। जो कि गत कई दशक में सर्वाधिक है।बारिश की वजह से सुबह की आर्द्रता 100 फीसद रही। तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 22.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इससे लोगों को गर्मी से निजात मिली। मौसम सुहाना हो गया।
गन्ना समेत खरीफ फसलों को फायदा, जलभराव से सब्जियों को नुकसान : बारिश से खेत मेड़ एक हो गए। इससे गन्ना समेत खरीफ फसलों को फायदा पहुंचा है, लेकिन अरबी को छोड़ भिंडी टमाटर, हरी सब्जी व अन्य शब्जियों को जलभराव से नुकसान हुआ है। जिला उद्यान अधिकारी डॉ राघवेंद्र सिंह का कहना है लगातार बादल व बारिश से औद्यानिक फसलों में कीट प्रकोप भी बढ़ सकता है। इससे सब्जियां बाजार में महंगी हो सकती है।
दो दिन और होगी बारिश : जिला कृषि मौसम इकाई के प्रभारी डॉ रोवित कुमार ने दो दिन और बारिश की संभावना जताई है। उन्होंने मौसम बुलेटिन में बताया 12 व 13 जून को मध्यम वर्गके बादलों के साथ हल्की बारिश होने की सम्भावना है। इस दौरान न्यूनतम तापमान रेंज 23.0 से 29.0 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान रेंज 36 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। सापेक्षिक आर्द्रता 46 से 91 फीसद रहने की सम्भावना है।
11 से 13 जून के बीच सम्भावित तापमान व आर्द्रता
अधिकतम तापमान : 37- 36- 36 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान : 26- 25- 24 डिग्री सेल्सियस
अधिकतम सापेक्षिक आर्द्रता: 91- 90 - 89
न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता : 48- 52 - 46
हवा की गति (किमी प्रति घंटा) : 15.0 - 16- 18.3
विज्ञानियों की सलाह : कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान, गन्ना को छोड़ शेष फसलो के खेत मे ज्यादा देर तक पानी न रहने दें। जिन काश्तकारों ने धान की नर्सरी नहीं बोई, वो प्रति हेक्टेयर धान की रोपाई के लिए बीजोपचार कर लगभग 800-1000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में पौध बो दें।। इसके लिए 5 किलोग्राम बीज को बावस्टिन 10-12 ग्राम और एक ग्राम स्ट्रैप्टोसाइक्लिन को 10 लीटर पानी में घोल लें। आवश्यकतानुसार इस घोल को बनाकर इसमें 12-15 घंटे के लिए बीज को डाल दें। बीज में अंकुर निकलने के बाद बुवाई कर दें।