बरेली में आंधी-पानी से गिरी दीवार, मलबे में दबकर मासूम की मौत
जागरण संवाददाता, बरेली: तेज हवाओं के साथ हुई बरसात के चलते मंगलवार को सुभाषनगर के ग्रेटर कैलाश स्थित
जागरण संवाददाता, बरेली: तेज हवाओं के साथ हुई बरसात के चलते मंगलवार को सुभाषनगर के ग्रेटर कैलाश स्थित करगैना गौटिया में चार वर्षीय मासूम पर दीवार गिर पड़ी। आसपास के लोग जबतक उसे मलबे से बाहर निकालते, वह दम तोड़ चुका था।
पड़ोसी अधिवक्ता शुभम सिंह ने बताया कि घटना के वक्त मासूम निहाल घर के बाहर खेल रहा था। दीवार के सामने थोड़ी दूर पर स्थित बाग में कई लोग बैठे थे। अचानक आंधी-पानी आने से घर से 20 मीटर दूर स्थित 12 फीट की 100 मीटर परिक्षेत्र की दीवार भरभराकर ढह गई। इससे सड़क पर खेल रहा मासूम निहाल उसके नीचे दब गया। बाग में बैठे रवि, शंकर व अन्य लोगों ने उसे बचाने के लिए शोर मचाया। तुरंत ही मिलकर मलबा हटाया लेकिन, तब तक मासूम ने दम तोड़ दिया। उसके सिर से अत्यधिक खून बह रहा था। अंतिम उम्मीद में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। आरोप है कि काफी विरोध के बाद भी गलत तरीके से दीवार खड़ी की गई थी।
दो भाइयों में छोटा था मासूम, पिता रहते हैं बीमार
मासूम निहाल दो भाइयों में छोटा था। उसका बड़ा भाई प्रांशु आठ साल का है। मजदूरी कर जीवन-यापन करने वाले पिता राजू काफी समय से बीमार चल रहे हैं। उनकी पत्नी ललिता घरों में काम करती हैं। राजू ने मामले में सुभाषनगर पुलिस को बुधवार को तहरीर देने की बात कही है।
सौ मीटर की दीवार, एक भी पिलर नहीं
दीवार के निर्माण को लेकर पहले भी क्षेत्र के लोग सवाल खड़े कर चुके हैं। निर्माण के दौरान काफी-विवाद भी हुआ लेकिन, क्षेत्र के लोगों की एक न सुनी गई। सौ मीटर में खड़ी 12 फीट ऊंची दीवार बिना पिलर के ही खड़ी कर दी गई। इसी के चलते यह हादसा हुआ।
रवि और शंकर न होते तो मासूम को खोजते रहते स्वजन
जिस समय यह घटना घटी, मासूम निहाल के साथ कोई नहीं था। गनीमत रही कि सामने बाग में खेल रहे रवि और शंकर ने निहाल को दबते देख लिया नहीं तो स्वजन उसे तलाशते रहते और बाद में दीवार का मलबा हटने के बाद उसके दबकर मौत की जानकारी होती।
वर्जन
मासूम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वजन की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है।
- नरेश कुमार त्यागी, इंस्पेक्टर, सुभाषनगर