गांव की परंपरा टूटने से तैश में आए मोहर सिंह ने कर दी थी ग्राम प्रधान इश्हाक की हत्या, जानिये क्या थी परंपरा
Village Head Murder Case थाना कैंट के गांव परगवां के नवनिर्वाचित प्रधान इश्हाक की हत्या महज इसलिए कर दी गई कि उसने वर्षों से चली आ रही परंपरा तोड़ दी थी। गांव परगवां में सालों से दो ही प्रधान बन रहे थे। इस बार मोहर सिंह की बारी थी।
बरेली, जेएनएन।Village Head Murder Case : थाना कैंट के गांव परगवां के नवनिर्वाचित प्रधान इश्हाक की हत्या महज इसलिए कर दी गई कि उसने वर्षों से चली आ रही परंपरा तोड़ दी थी। गांव परगवां में बीते बीस साल से दो ही प्रधान बन रहे थे। इस बार बारी मोहर सिंह की थी, वह काफी रुपये खर्च करने के बाद भी हार गया। इससे तैैश में आकर मोहर सिंह ने अपने दामाद के दोस्तों के जरिए प्रधान की हत्या कर दी। करीब सात दिन बाद इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझी और मोहर सिंह, बेटे और दामाद संग जेल गया। अब पुलिस मोहर सिंह के शूटर दोस्तों की तलाश में जुटी है। एसएसपी ने उन दोनों पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया है।
परगवां के प्रधान इश्हाक की हत्या 20 मई को की गई थी। जब हत्या हुई तब उनकी पत्नी साथ थी। उनकी पत्नी के बताए अनुसार इश्हाक की बहन शीवा ने पूर्व प्रधान रतनलाल उनके बेटे राहुल, पूर्व प्रधान व प्रत्याशी मोहर सिंह व उनके बेटे अनुराग और दामाद भगवत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। वारदात के बाद पुलिस ने पूर्व प्रधान रतनलाल और उसके बेटे राहुल को घर से ही गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मोहर सिंह, उसका बेटा अनुराग और दामाद भगवत फरार थे। पुलिस ने तीन दिन तक मशक्कत की, लेकिन वह पकड़े नहीं गए।
बाद में एसएसपी रोहित सिंह साजवाण ने तीनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम रख दिया। इसके अगले ही दिन मोहर सिंह पकड़ा गया। उसने काफी कहानी साफ कर दी, बताया कि हत्या उसने ही कराई है। इसके बाद बेटा और बाद में दामाद भी गिरफ्तार कर लिया। दामाद भगवत ने बताया कि उसने हत्या अपने दोस्त लाल फाटक निवासी राहुल उर्फ गेरू और मुड़िया अहमद नगर इज्जतनगर निवासी लोकेश से कराई। पुलिस ने गुरुवार को मोहर सिंह, बेटे अनुराग और दामाद भगवत को जेल भेज दिया। जबकि शूटर दोस्त राहुल और लोकेश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। एसएसपी रोहित सिंह ने उन दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
हत्या के लिए तय नहीं हुई थी रकम : इंस्पेक्टर कैंट राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मोहर सिंह के दामाद भगवत के साथ राहुल और लोकेश भी उसके यहां कभी कभार आते जाते रहते थे। मोहर सिंह उन दोनों को अच्छे से जानता था। जब इश्हाककी हत्या की बात चली तो भगवत ने उन दोनों के नाम सुझाए। वह दोनों भी तैयार थे। जब रुपये पैसे की बात आई तो मोहर सिंह ने कहा कि यह काम करो, इसके बाद तुम दोनों के सभी खर्चे हम उठाएंगे। दोनों तैयार हो गए।
एसएसपी ऑफिस पहुंचे प्रधान के स्वजन : गुरुवार को प्रधान इश्हाककी पत्नी शकीना, बहन रीवा व अन्य स्वजन एसएसपी कार्यालय पहुंचे। वह एसएसपी से मिलना चाहते थे। उनकी मांग थी कि सभी आरोपितों को जेल भेजा जाए। उनकी मांग थी कि रतनलाल और उसका बेटा अनुराग भी इस हत्याकांड में शामिल था। इस पर एसएसपी और सीओ सिटी यतेंद्र सिंह ने नायक ने उन्हें भरोसा दिलाया कि पुलिस किसी आरोपित को नहीं छोड़ेगी और किसी बेगुनाह को जेल नहीं भेजेगी।