एमएलसी वसीम बरेलवी ने निधि से बचाव को दिए चार लाख

जिले में बुखार से हाहाकार मचा हुआ है। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री से लेकर स्थानीय अधिकारी तक फिक्रमंद है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:22 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 02:06 AM (IST)
एमएलसी वसीम बरेलवी ने निधि से बचाव को दिए चार लाख
एमएलसी वसीम बरेलवी ने निधि से बचाव को दिए चार लाख

जागरण संवाददाता, बरेली :

जिले में बुखार से हाहाकार मचा हुआ है। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री से लेकर वित्त मंत्री तक ने अस्पतालों का दौरान किया। बेपटरी व्यवस्था में खामी कहां है, सुधार कैसे होगा, इसकी न किसी माननीय ने सुध ली और न फिक्र की। संसाधन और आर्थिक रूप से मदद के लिए सिर्फ एमएलसी वसीम बरेलवी आगे आए। गुरुवार को उन्होंने विधायक निधि से चार लाख रुपये सीएमओ कार्यालय को दिए। इससे चार नई फॉगिंग मशीन खरीदी जाएंगी।

बातें गरीबों की, चिकित्सा खर्च पर खामोशी

गरीबों के हित की बातें करने वाले माननीयों के शब्दों की संजीदगी गरीबों के इलाज के लिए विधायक निधि के इस्तेमाल में नहीं झलकती। जिले के नौ विधानसभा सदस्य और तीन एमएलसी में से महज चार माननीयों ने ही चिकित्सकीय मद में अपनी निधि व्यय की। इसमें सबसे उदार प्रो. वसीम बरेलवी हैं। मंडल के चारों जिलों में अब तक एक करोड़ रुपये दे चुके हैं। यहां तक कि वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल तक उनसे पीछे हैं, जिन्होंने अब तक 10.47 लाख रुपये इस मद में दिए हैं। छह विधायक की मुट्ठी ही नहीं खुली

इस नेक कार्य में तीसरे नंबर पर आंवला के विधायक और सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह हैं। इस वर्ष में तीन बार में 3.60 लाख रुपया चिकित्सकीय मदद के लिए दे चुके हैं। मीरगंज विधायक डॉ. डीसी वर्मा ने सितंबर में एक मरीज के लिए 24 हजार रुपये दिए। बिथरी, शहर, बहेड़ी, नवाबगंज, भोजीपुरा और फरीदपुर के विधायकों की मुट्ठी ही नहीं खुली। 25 लाख रुपये खर्च का है अधिकार

शासन की तरफ से दी जाने वाली विधायक निधि में लगभग 25 लाख रुपये माननीय चिकित्सकीय मद में खर्च कर सकते हैं। यह खर्च किसी गंभीर रोगी के इलाज के लिए, अस्पताल के भवन निर्माण, संसाधन या उपकरण खरीद के लिए भी दिया जा सकता है

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