Bankhandi Nath Temple: मुस्लिम शासक औरंगजेब ने किया था बरेली इस मंदिर को गिराने का प्रयास

Bankhandi Nath Temple प्राचीन वनखंडी मंदिर जोगी नवादा में स्थित है। जो बरेली के प्रसिद्ध सात नाथ मंदिरों में शामिल है। कई साधु महात्माओं ने यहां रहकर भगवान की कठोर तपस्या की। जिसका प्रमाण मंदिर में बनीं समाधियां है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 03:42 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:54 PM (IST)
Bankhandi Nath Temple: मुस्लिम शासक औरंगजेब ने किया था बरेली इस मंदिर को गिराने का प्रयास
Vankhandi Nath Temple: मुस्लिम शासक औरंगजेब ने किया था बरेली इस मंदिर को गिराने का प्रयास

बरेली, जेएनएन। Bankhandi Nath Temple: प्राचीन वनखंडी मंदिर जोगी नवादा में स्थित है। जो बरेली के प्रसिद्ध सात नाथ मंदिरों में शामिल है। कई साधु महात्माओं ने यहां रहकर भगवान की कठोर तपस्या की। जिसका प्रमाण मंदिर में बनीं समाधियां है। पांचाल राज्य के राजा द्रुपद की पुत्री ने द्रोपदी ने मंदिर में शिवलिंग की स्थापना की थी।

मंदिर का इतिहास

वनखंडी मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। मंदिर के मंहत बताते हैं कि मुगल शासक औरंगजेब ने और राज्यों की तरह यहां भी मंदिर को गिराने का पूरा प्रयास किया। लेकिन, वह मंदिर की एक भी ईंट काे गिरा नहीं सका। तभी से यह मंदिर वनखंडी के नाम से प्रसिद्ध हुआ। वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि मंदिर के आसपास वन ही वन हुआ करता था। इसलिए इसका नाम वनखंडीनाथ पड़ा।

मंदिर की विशेषता

द्वापर युग में मंदिर बनाया गया था। जहां साधु-संत तपस्या कर सिद्धि प्राप्त करते थे। सिद्धि पाने के बाद लोक कल्याण के कार्य और फिर समाधि ले लिया करते थे। मान्यता है कि यह सिद्ध मंदिर प्राकृतिक आपदाओं से शहर की रक्षा करता है।

मंदिर में चालीसा का पाठ करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वहीं यहां बनीं गौशाला में गौ की सेवा करने से श्रद्धालु के स्वर्ग के रास्ते खुल जाते हैं। सावन माह में हजारों की संख्या में लोग जलाभिषेक के लिए आते हैं। सच्चिदानंद सरस्वती, पुजारी

मंदिर के चारों ओर हरियाली, शिवमय वातावरण शांति का एहसास कराता है। यही कारण है कि दिन भर के कार्याें से मुक्त होकर कुछ समय रोज मंदिर की सेवा में बीताते हैं। हर्षराज, श्रद्धालु

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