पूरी तरह सुरक्षित है वैक्सीन, लगवाने से पहले छिपाएं न बीमारी

वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसे लेकर उठ रहे सवाल गलत है। अफवाहों पर ध्यान न दें। वैक्सीन को आम आदमी तक लाने से पहले कई बार वैज्ञानिक परीक्षण किया गया। इसके बाद ही राष्ट्रीय नियामक से टीका को मंजूरी मिली।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 08:30 AM (IST)
पूरी तरह सुरक्षित है वैक्सीन, लगवाने से पहले छिपाएं न बीमारी
वैक्सीन को आम आदमी तक लाने से पहले कई बार वैज्ञानिक परीक्षण किया गया।

 बरेली, जेएनएन। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसे लेकर उठ रहे सवाल गलत है। अफवाहों पर ध्यान न दें। वैक्सीन को आम आदमी तक लाने से पहले कई बार वैज्ञानिक परीक्षण किया गया। इसके बाद ही राष्ट्रीय नियामक से टीका को मंजूरी मिली। वैक्सीन मांसपेशीय इंजेक्शन के रूप में दी जाती है। पहले दिन टीकाकरण होने के बाद अब तक इसके कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आए हैं। उक्त बातें वैक्सीन को लेकर दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आर एन सिंह ने कहीं।

बातचीत के दौरान डा. आर एन सिंह ने बताया कि कोरोना के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन भारत में हुआ। पहले चरण के वैक्सीनेशन के बाद अब तक जिले में कहीं से किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट का मामला सामने नहीं आया है। पहले चरण का वैक्सीनेशन शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न हुआ। इसके बाद ही रविवार को राजेंद्र नगर क्षेत्र में वैक्सीन को लेकर पर्चे फेंक कर अफवाह उड़ाई गई। हालांकि यह कोई नई बात नहीं है। इससे पहले जब पोलियो का टीका आया था तो उसे लेकर भी तरह तरह की चर्चाएं हुईं थीं, लेकिन आज देश से पोलियो लगभग पूरी तरह मिट चुका है। इसी तरह कोरोना संक्रमण से देश को मुक्त करने में देश में निर्मित यह वैक्सीन कारगर साबित होगी।

 सरकार को है चिंता

बाल रोग विशेषज्ञ डा. अतुल अग्रवाल ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। शनिवार को पूरे देश में 1.97 लाख लोगों को डोज लगी, किसी को सीविरयर रियेक्शन की शिकायत नहीं आई है। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित हो इसकी चिंता हम सबसे ज्यादा सरकार को है। कोविशील्ड वैक्सीन में एडीनाे वायरस को खाली कर कैमिकल से न्यूट्राइलिज्ट कर तैयार किया गया। यह वेक्टर बेस्ड वैक्सीन है। इसको सुरक्षित करने के लिए रासायनिक संघटक को भी मिलाया गया है।

वैक्सीन में यह रासायनिक संघटक

जिले के 516 स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई गई कोविशील्ड में एल-हिस्टिडिन, एन-हिस्टिडिन हाइड्रोक्लोराइड मोनोहाइड्रेट, मैग्नेशियम क्लोराइड हैक्जाहाइड्रेट, पॉलिसॉर्बेट 80, इथेनॉल, सुक्रोज, सोडियम क्लोराइड, डाइसोडियम एडिटेट हाइहाइड्रेट इंजेक्शन के लिए पानी मिला हुआ है।

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