उत्तराखंड के शातिर अपराधी लवप्रीत को उत्तर प्रदेश पुलिस ने बार्डर से किया गिरफ्तार, पुलिस को उसके पास से मिली कीमती रिवाल्वर
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर शांति एवं कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए चलाए जा रहे धरपक़ड़ अभियान के तहत पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू दिया है। इसी सिलसिले में चेकिंग के दौरान पुलिस टीम के हत्थे उत्तराखंड निवासी शातिर अपराधी लवप्रीत सिंह चढ़ गया।
बरेली, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर शांति एवं कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए चलाए जा रहे धरपक़ड़ अभियान के तहत पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू दिया है। इसी सिलसिले में चेकिंग के दौरान पुलिस टीम के हत्थे उत्तराखंड निवासी शातिर अपराधी लवप्रीत सिंह चढ़ गया। तलाशी के दौरान उसके पास से बेवले मार्क कीमती रिवाल्वर तथा पांच कारतूस बरामद किए गए हैं। लवप्रीत के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसके आपराधिक रिकॉर्ड को खंगालने के लिए पुलिस टीम को बरेली और हल्द्वानी भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक राठौड़ किरीट कुमार हरीभाई ने पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अमरिया थानाध्यक्ष उदयवीर सिंह हमराह पुलिस कर्मचारियों के साथ शनिवार की सुबह उत्तराखंड बार्डर स्थित ग्राम फुलैइया के पास नहर पुलिया पर चेकिंग कर रहे थे। तभी पैदल जा रहे युवक की संदिग्ध गतिविधि देख रोकने का इशारा किया लेकिन वह पुलिस टीम को देख वह भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से बेवले मार्क रिवाल्वर तथा पांच कारतूस बरामद किए गए। गिरफ्तार आरोपित ने पूछताछ के दौरान अपना नाम पता लवप्रीत सिंह पुत्र दिलबाग सिंह निवासी ग्राम हल्दुआ थाना सितारगंज जिला ऊधमसिंहनगर (उत्तराखंड) बताया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लवप्रीत सिंह अमरिया थाना क्षेत्र के गांव बढ़ेपुरा में विगत 6 मार्च को दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना के मामले में भी वांछित चल रहा था। लवप्रीत सिंह के खिलाफ उत्तराखंड के सितारगंज तथा नानकमता थानों में आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। लवप्रीत ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह जानलेवा हमले के मामले में एक वर्ष पहले हल्द्वानी जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात बरेली निवासी गुरतेज सिंह से हुई थी। जेल से रिहा होने के बाद वह गुरतेज से मिला था। तब गुरतेज से ही उसने बेवले मार्क रिवाल्वर ले लिया था। असलाहा अच्छा देख उसकी नीयत खराब होने पर उसने रिवाल्वर वापस नहीं किया था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लवप्रीत पूछताछ के दौरान गुरतेज के बारे में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं दे सका है, उसका नाम पता भी पूरा नहीं बता पाया है। गुरतेज के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पुलिस टीम को बरेली और हल्द्वानी भेजा गया है। अभी यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि बरामद रिवाल्वर का लाइसेंस किसके नाम है। गुरतेज से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा। आरोपित को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएसआई अमित कुमार पाल, कांस्टेबिल राहुल कुमार, टिंकू चौधरी, शिवम बालियान तथा सुनील कुमार भी शामिल रहे।