बरेली में दरगाह पर महफिल के साथ होगा उर्स-ए-ताजुश्शरिया का आगाज
जेएनएन, बरेली : सुन्नी बरेलवी मसलक के मजहबी रहनुमा ताजुश्शरिया मुफ्ती मोहम्मद अख्तर रजा खां (अजहरी म
जेएनएन, बरेली : सुन्नी बरेलवी मसलक के मजहबी रहनुमा ताजुश्शरिया मुफ्ती मोहम्मद अख्तर रजा खां (अजहरी मियां) के दो रोजा उर्स-ए-ताजुश्शरिया का आगाज 16 जून को महफिल के साथ होगा। उर्स का कार्यक्रम जमात रजा-ए-मुस्तफा ने जारी कर दिया है। उर्स के सभी आयोजन दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन काजी-ए-हिदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी (असजद मियां) की सरपरस्ती व जमात रजा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उर्स प्रभारी सलमान मियां की सदारत में होंगे।
जमात रजा के प्रवक्ता समरान खान ने बताया कि पहले दिन 16 जून को दरगाह पर नमाज-ए-फजर, कुरानख्वानी की महफिल सजाई जाएगी। इसके बाद नमाज-ए-असर परचम कुशाई की रस्म अदा की जाएगी। पहला परचम सय्यद कैफी के निवास शाहबाद स्थित मिलन शादी हाल से निकलेगा। दूसरा परचम मोहम्मद साजिद आजमनगर स्थित हरी मस्जिद से निकलेगा। तीसरा परचम फहमी तहसीनी के निवास सैलानी स्थित हुसैन चौक से निकलेगा। तीनों परचम काजी-ए-हिदुस्तान के हाथों दरगाह ताजुश्शरिया पर पेश किए जाएंगे। दूसरे दिन 17 जून को दरगाह ताजुश्शरिया और मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर रजा में बाद नमाज-ए-फजर कुरानख्वानी व नात की महफिल सजाई जाएगी। फिर हुजूर ताजुश्शरिया के वालिद हुजूर इब्राहिम रजा खां (जिलानी मियां) के कुल शरीफ की रस्म सुबह 7.10 बजे अदा की जाएगी। मुख्य कार्यक्रम के बाद नमाज-ए-असर होगी। फिर उलमा-ए-इकराम की तकरीर होगी। शाम को 7.14 बजे हुजूर ताजुश्शरिया मुफ्ती मोहम्मद अख्तर रजा खां (अजहरी मियां) का कुल शरीफ होगा। इसी के साथ दो रोजा उर्स का समापन हो जाएगा। उर्स के दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। बिना मास्क के किसी भी जायरीन को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। आयोजन के दौरान शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा।