UP Police Tension : चार घंटे टेंशन में रही बदायूं पुलिस, घनघनाते रहे अफसरों के फोन, जानिए क्या रही वजह
UP Police Tension किसान संगठनों की ओर से किए गए भारत बंद कर असर जिले में भले ही न दिखा हो। लेकिन किसानाें के आंदोलन की धमक ऊपर तक रही। सुबह से ही जिले की पुलिस की नजर किसानों पर थी।
बरेली, जेएनएन। UP Police Tension : किसान संगठनों की ओर से किए गए भारत बंद कर असर जिले में भले ही न दिखा हो। लेकिन किसानाें के आंदोलन की धमक ऊपर तक रही। सुबह से ही जिले की पुलिस की नजर किसानों पर थी। एसएसपी खुद पूरे मामले की मॉनीटरिंग कर रहे थे। इसके लिए शहर में पीएसी भी तैनात की गई थी।
किसान संगठनों के भारत बंद के एलान को देखते हुए पुलिस ने एक दिन पहले रविवार को ही तैयारी कर ली थी। पुलिस का यह होमवर्क ही था कि सोमवार को कोई भी सड़क जाम नहीं की जा सकी। पुलिस ने कुछ किसान नेताओं को घर में नजर बंद कर दिया तो कुछ को तहसीलों से बाहर नहीं जाने दिया गया।
कछला में सीओ उझानी ने सड़क पर ही रोककर किसानों से ज्ञापन ले लिया और वह वापस लौट गए। पुलिस का प्रयास था कि किसान किसी भी कीमत पर सड़क पर आकर जाम, धरना, प्रदर्शन, रेल रोकना आदि न कर पाएं। इसे लेकर एसएसपी संकल्प शर्मा सभी क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्षों से पल पल की अपडेट लेते रहे। वहीं एसपी देहात क्षेत्र में लगातार भ्रमण पर रहे और एसपी सिटी शहर के दोनों थानों की पुलिस से संपर्क बनाए रहे।
आइजी बोले- कैसा चल रहा है प्रदर्शन
किसान आंदोलन काे लेकर जिले के ही नहीं मंडल के अधिकारी भी चौकन्ने थे। एडीजी अविनाश चंद्र से लेकर आइजी रमित शर्मा तक सभी जिलों से जानकारी लेते रहे। आइजी रमित शर्मा ने एसएसपी संकल्प शर्मा को फोन कर यहां की जानकारी ली। पूछा कैसा चल रहा है किसानों का प्रदर्शन। इस एसएसपी ने आइजी को बताया कि यहां स्थिति कंट्रोल में है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।