UP Police : DGP के फरमान पर तैयार हो रही दागी और भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की कुंडली, रडार पर 50 प्लस, मिल सकती है अनिवार्य सेवानिवृत्ति

UP Police 50 वर्ष की उम्र पार चुके पुलिसकर्मियों के साथ दागी पुलिसकर्मियों की कुंडली तैयार होनी शुरू हो गई है। शासन ने प्रत्येक जिलों से इस संबंध में 30 नवंबर तक रिपोर्ट मांगी है। डीजीपी मुकुल गोयल के आदेश पर पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग शुरू हो गई है

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 07:29 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 07:29 AM (IST)
UP Police : DGP के फरमान पर तैयार हो रही दागी और भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की कुंडली, रडार पर 50 प्लस, मिल सकती है अनिवार्य सेवानिवृत्ति
UP Police : DGP के फरमान पर तैयार हो रही दागी और भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की कुंडली

बरेली, जेएनएन। UP Police : 50 वर्ष की उम्र पार चुके पुलिसकर्मियों के साथ दागी पुलिसकर्मियों की कुंडली तैयार होनी शुरू हो गई है। शासन ने प्रत्येक जिलों से इस संबंध में 30 नवंबर तक रिपोर्ट मांगी है। डीजीपी मुकुल गोयल के आदेश के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के निर्देश पर जिले में ऐसे पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग शुरू हो गई है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त, नाकारा हैं। 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके पुलिसकर्मियों की अलग से सूची तैयार कराई जा रही है। नवंबर अंत तक पूरी रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। साफ है कि जिले में दागी पुलिसकर्मियों की छुट्टी हो सकती है।

इस बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि मुख्यालय से इस संबंध में निर्देश मिले हैं। निर्देश के मुताबिक, 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके पुलिसकर्मियों के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों की सूची तो तैयार ही होनी है। इसके साथ ही ऐसे एडिशनल एसपी, सीओ, इंस्पेक्टर और दारोगा जिनकी वर्ष 2022 में जिले में तीन वर्ष की सेवाएं पूर्ण हो रही हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची भी तैयार होनी हैं। इसमें भी उन पुलिसकर्मियों को शामिल किया जाएगा, जिन पर भ्रष्टाचार एवं अन्य मामलों में जांच चल रही है। स्क्रीनिंग शुरू होने के बाद से दागी एवं भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों की धड़कनें बढ़ गई हैं। बीते एक वर्ष में कई पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार की धाराओं में मुकदमे के साथ उनका निलंबन किया जा चुका है। लिहाजा, ऐसे पुलिसकर्मियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।

एक विधानसभा में दो साल से है तैनाती तो अब होगी छुट्टी

विधानसभा चुनाव सिर पर हैं। पेशबंदी के सबसे ज्यादा आरोप पुलिसकर्मियों पर आते हैं। ऐसे में एक विधानसभा में दो साल से तैनात पुलिसकर्मियों की अब छुट्टी होगी। इसमें इंस्पेक्टर, दारोगा व सिपाही सभी शामिल हैं। कार्य के आधार पर ऐसे पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण कर दूसरी जगह तैनाती दी जाएगी।

केस :1 :

रिश्वत लेने में क्राइम ब्रांच के दस पुलिसकर्मियों पर हुआ था मुकदमा

रिश्वत लेने के मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने तत्कालीन क्राइम ब्रांच के दो दारोगा समेत 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला घूस के पांच लाख रुपये के बटवारे से जुड़ा था। घटनाक्रम का पूरा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। क्राइम ब्रांच में तैनात तत्कालीन दारोगा अब्बास हैदर, दारोगा गिरीश चंद्र जोशी, सिपाही रवि प्रताप, पुष्पेंद्र कुमार, विकास कुमार, वीरेंद्र कुमार, रविशंकर, चालक जितेंद्र राणा, पुष्पेंद्र, हेड कांस्टेबल तैय्यब अली पर कोतवाली में एफआइआर दर्ज हुई थी।

केस :2 :

शाही थाने में तैनात दारोगा व हेड कांस्टेबल रिश्वत लेते वीडियो में हुए थे कैद

शाही थाने में तैनात रहे दारोगा हरिदास वर्मा व हेड कांस्टेबल मोहम्म्द नाजिम रिश्वत लेते वीडियो में कैद हुए थे। एसएसपी ने सीओ मीरगंज से मामले की जांच कराई थी। जांच में आरोप सही पाए जाने पर दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने के साथ भ्रष्टाचार की धाराओं में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। मामले में रिश्चत देने में शामिल तीनों व्यक्तियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज हुई थी।

केस :3 :

बदमाशों के गैंग में शामिल था पीटीआइ

बीते दिनों एटीएस बन सर्राफ को लूटने वाले गिरोह को पकड़ा गया था। इसमे पुलिस लाइन में फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर (पीटीआइ) बृजेश सिंह भी पकड़ा गया था। बृजेश सिंह लूट के समय एटीएस कर्मी बन सर्राफ को धमकाता था। इसके बाद गैंग के बदमाशों सर्राफ को लूट लेते थे। मामले में पीटीआइ को एसएसपी ने निलंबित कर प्रेमनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

मुख्यालय से निर्देश से बाद 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके पुलिसकर्मियों के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। तय समय में रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। - रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

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