यूपी महोत्सव : बरेली की कव्वाली देगी यूपी को नई पहचान, प्रदेश में नए रंग भरेगी लोक संस्कृति

यूपी दिवस पर बरेली की कव्वाली कानपुर का अल्का लोक गायन मुरादाबाद मंडल मे रामलीला समेत सभी मंडलों की स्थानीय कलाएं प्रदेश की लोक संस्कृति में नए रंग भरेंगी। राज्य स्तर पर होने वाले आयोजनों में लोकगीत नृत्य और नाट्य विधा को न केवल मंच मिलेगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 04:33 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 04:33 PM (IST)
यूपी महोत्सव : बरेली की कव्वाली देगी यूपी को नई पहचान, प्रदेश में नए रंग भरेगी लोक संस्कृति
यूपी महोत्सव : बरेली की कव्वाली देगी यूपी को नई पहचान, प्रदेश में नए रंग भरेगी लोक संस्कृति

बरेली, जेएनएन। प्रदेश सरकार द्वारा एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) की तर्ज पर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी नई पहचान देने की पहल की जा रही है। इसके लिए इस बार यूपी दिवस पर बरेली की कव्वाली, कानपुर का अल्का लोक गायन, मुरादाबाद मंडल मे रामलीला समेत सभी मंडलों की स्थानीय कलाएं प्रदेश की लोक संस्कृति में नए रंग भरेंगी। राज्य स्तर पर होने वाले आयोजनों में लोकगीत, नृत्य और नाट्य विधा को न केवल मंच मिलेगा बल्कि विजेता कलाकारों को सम्मानित भी किया जाएगा।

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने सभी मंडलायुक्तों को पत्र जारी करते हुए इसकी तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। जारी पत्र में बताया गया है कि प्रदेश के सभी 18 मंडलों में 18 और 19 जनवरी को प्रतियोगिताएं होंगी। जिसमें चयनित हुनर में टॉप थ्री टीमें चुनी जाएंगी।

अव्वल आने वाली टीम राज्य स्तर पर प्रतिभाग करेगी। बरेली-अलीगढ़ की कव्वाली से लेकर प्रयागराज की नौटंकी और आगरा-मथुरा की रासलीला को भी इसमें शामिल किया गया है। यूपी महोत्सव में लखनऊ और नोएडा में 24 से 26 जनवरी तक होने वाले प्रदेश स्तरीय आयोजन में हर मंडल की प्रथम आने वाली टीमे पहुंचेंगी।

प्रतियोगिता में शामिल होने वाली प्रत्येक मंडली को 20 मिनट में अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा। इसके अलावा तीन श्रेणियों में इसका मूल्यांकन भी होगा। जिसमें 20-20 अधिकतम अंक मिलेंगे। इसके अलावा जिस प्रतियोगिता में पांच से कम आवेदन होंगे वह निरस्त हो जाएंगे।

chat bot
आपका साथी