UP Cabinet Expansion : जितिन प्रसाद के योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना, समर्थको में उत्साह, शाहजहांपुर से होंगे दो कैबिनेट मंत्री

UP Cabinet Expansion पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के रविवार शाम योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना को देखते हुए उनमे समर्थकों में काफी उत्साह है। सुबह से ही तमाम समर्थक लखनऊ उनके आवास पर पहुंच गए।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 02:47 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 02:47 PM (IST)
UP Cabinet Expansion : जितिन प्रसाद के योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना, समर्थको में उत्साह, शाहजहांपुर से होंगे दो कैबिनेट मंत्री
UP Cabinet Expansion : जितिन प्रसाद के योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना

बरेली, जेएनएन। UP Cabinet Expansion: पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के रविवार शाम योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना को देखते हुए उनमे समर्थकों में काफी उत्साह है। सुबह से ही तमाम समर्थक लखनऊ उनके आवास पर पहुंच गए। जितिन प्रसाद के शपथ लेने के साथ ही जिले में अब दो कैबिनेट मंत्री हो जाएंगे। ऐसा यहां की राजनीति में पहली बार होगा। शहर विधायक सुरेश कुमार खन्ना पहले से ही सरकार में वित्त एवं संसदीय कार्य सहित महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

कांग्रेस के कद्दावर नेता व मनमोहन सरकार में मंत्री रहे जितिन प्रसाद ने नौ जून को दिल्ली में रेल मंत्री पीयूष गोयल के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। उसके बाद से ही उन्हें केंद्र या प्रदेश सरकार में अहम जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना जतायी जा रही थी। 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में जितिन को आगे लाकर भाजपा युवा व ब्राह्मण मतदाताओं को साधना चाह रही है। जिले के अलावा खीरी की धौराहरा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके जितिन प्रसाद का इन दो जिलों के अलावा रूहेलखंड व आसपास के जिलों में ब्राह्मणों में प्रभाव है। 

मजबूत होगी जिले की स्थिति 

जितिन प्रसाद अब अब तक केंद्र की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। प्रदेश की राजनीति में यहां से सुरेश कुमार खन्ना बड़ा चेहरा रहे हैं। लगातार आठ बार के विधायक खन्ना पार्टी के शीर्ष नेताओं के करीबी हैं। अब जितिन प्रसाद के मंत्री बनने से सरकार के साथ-साथ पार्टी व देश की राजनीति में जिले की स्थिति और मजबूत होगी। 

जिले में नहीं कोई अहम जिम्मेदारी 

भाजपा की बात करें तो वर्तमान में यहां से कोई ब्राह्मण विधायक नहीं है। संगठन में भी समाज के किसी पदाधिकारी के पास कोई महत्वपूर्ण पद नहीं है। राकेश मिश्र अनावा को पिछले दिनों भाजपा ब्रज क्षेत्र का महामंत्री बनाया गया था। बरेली मंडल में भी संगठन या सरकार में ब्राह्मण समाज के किसी नेता के पास कोई अहम जिम्मेदारी नहीं है। ऐसे में भाजपा जितिन प्रसाद के जरिए समाज के लोगों को संतुष्ट करना चाहती है। 

मिल सकता है लाभ 

इस बार चुनाव में लगभग सभी राजनीतिक दलों का जोर ब्राह्मण वोट बैंक पर है। बसपा जिले में प्रबुद्ध सम्मेलन कर चुकी है। सपा व कांग्रेस की तैयारी है। कांग्रेस में रहते हुए जितिन ब्राह्मण चेतना परिषद नाम के संगठन के जरिए प्रदेश में ब्राह्मणों को एकजुट कर रहे थे। ऐसे में उन्हें मंत्रिपद दिए जाने से भाजपा को फायदा मिल सकता है। 

पदों के जरिए साधे वोटबैंक 

अगर जिले की बात करें तो सुरेश कुमार खन्ना के अलावा जेपीएस राठौर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष व भाजपा के प्रदेश महामंत्री हैं। क्षत्रिय समाज में उनकी अच्छी पकड़ है। सुरेंद्र नाथ बाल्मीकि को राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार को राज्य अनुसूचित जाति जनजाति आयोग का उपाध्यक्ष बनाकर पार्टी दलित मतदाताओं को साधने का पहले से ही प्रयास कर रही है। मसीह समाज के नवेंदु सिंह को राज्य अल्पसंख्यक आयोग का सदस्य बनाया गया है। 

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