UP Cabinet Expansion: बरेली में राजनीतिक सरगर्मियां तेज, प्रदेश में मंत्री बन सकते है बहेड़ी विधायक छत्रपाल

UP Cabinet Expansion दो बार बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुके छत्रपाल गंगवार को प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। रविवार दोपहर को यह चर्चा होने के बाद क्षेत्र में सरगर्मी बढ़ गई। उनके समर्थक आवास पर पहुंच गए।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 02:20 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 02:20 PM (IST)
UP Cabinet Expansion: बरेली में राजनीतिक सरगर्मियां तेज, प्रदेश में मंत्री बन सकते है बहेड़ी विधायक छत्रपाल
UP Cabinet Expansion: बरेली में तेज राजनीतिक सरगर्मियां, प्रदेश में मंत्री बन सकते है बहेड़ी विधायक छत्रपाल

जेएनएन, बरेली। UP Cabinet Expansion : दो बार बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुके छत्रपाल गंगवार को प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। रविवार दोपहर को यह चर्चा होने के बाद क्षेत्र में सरगर्मी बढ़ गई। उनके समर्थक आवास पर पहुंच गए। हालांकि छत्रपाल गंगवार इस समय क्षेत्र में नहीं हैं। माना जा रहा है कि वह लखनऊ में हैं।

जिले से इस समय प्रदेश की कैबिनेट में प्रतिनिधित्व नहीं है। योगी सरकार बनने के बाद कैंट विधायक को वित्त मंत्री और आंवला विधायक धर्मपाल सिंह को सिंचाई मंत्री बनाकर जिले का कद मजबूत किया गया था। हालांकि बाद में दोनों से मंत्रीमंडल से इस्तीफा ले लिया गया था। तब से जिले को कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला। अब रविवार शाम को मंत्रीमंडल विस्तार की चर्चा शुरू हुई।

जिन सात लोगों को मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही, उनमें छत्रपाल गंगवार का नाम भी बताया जा रहा है। वह पिछड़ा वर्ग से हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में उन्होंने लंबे समय तक काम किया था। इसके बाद वह भाजपा में आए। पिछले चुनाव में उन्होंने सपा प्रत्याशी अता उर रहमान को हराया था। वर्ष 2012 के चुनाव में वह महज 18 वोटों से चुनाव हार गए थे। तब उन्होंने सपा धांधली का आरोप लगाया था। वोटों में हेराफेरी का आरोप लगाकर कोर्ट गए थे मगर, परिणाम उनके पक्ष में नहीं आया था।

छत्रपाल गंगवार को मंत्री बनाकर क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग को साधने का प्रयास होगा। बहेड़ी, नवाबगंज, भोजीपुरा और आंवला क्षेत्रों में पिछड़ा वर्ग से मंत्री बनाए जाने का सीधा प्रभाव माना जा रहा है। बहेड़ी का एक हिस्सा पीलीभीत संसदीय क्षेत्र में भी आता है। छत्रपाल को मंत्री बनाकर भाजपा जिले में पिछड़ा वर्ग की राजनीति को हवा दे सकती है। साथ ही संदेश दे सकती है कि पुराने कार्यकर्ता संगठन वरीयता में हैं। 

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