Ultrasound Center Raid: बरेली में सिर्फ पांच अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर दर्ज हो रहा मुकदमा

Ultrasound Center Raid जिले में अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों की कार्रवाई अब तक परवान नहीं चढ़ सकी है। जिले में दर्जनों अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। लेकिन स्वास्थ्य महकमा केवल फरीदपुर में एक रेनू अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ही मशीन सील कर पाया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 09:57 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 09:57 AM (IST)
Ultrasound Center Raid:  बरेली में सिर्फ पांच अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर दर्ज हो रहा मुकदमा
Ultrasound Center Raid: बरेली में सिर्फ पांच अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर दर्ज हो रहा मुकदमा

बरेली, जेएनएन। Ultrasound Center Raid: जिले में अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों की कार्रवाई अब तक परवान नहीं चढ़ सकी है। जिले में दर्जनों अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। लेकिन स्वास्थ्य महकमा केवल फरीदपुर में एक रेनू अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ही मशीन सील कर पाया है। वहीं, अभी तक जिले में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। कार्रवाई पर उठ रहे सवालों पर पीसी-पीएनडीटी नोडल अधिकारी डा. आरएन गिरि ने कहा कि सीजेएम कोर्ट में मुकदमा कराने की तैयारी में स्वास्थ्य विभाग ने पांच अल्ट्रासाउंड सेंटरों की फाइल तैयार की है। 20 सितंबर से पहले फाइलें डीएम नितीश कुमार के पास अनुमोदन के लिए भेजी जानी है। इस कार्रवाई का दायरा और बढ़ना चाहिए। स्वास्थ्य महकमे के पीसी-पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा.आरएन गिरि और खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बलवीर सिंह ने शीशगढ़ में अवैध रूप से चलता हुआ जनता अल्ट्रासाउंड सेंटर मंगलवार को पकड़ा था। बावजूद इसके वहां केवल कागजात जब्त हुए। अगले दिन सेंटर सील तक नहीं कराया गया। यही नहीं, इस कागजी कार्रवाई से अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक इतना बेखौफ हो गया कि अगले दिन भी सेंटर खुला था।

अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर पहुंचे अधिकारी, रहे खाली हाथ 

उधर, पीसी-पीएनडीटी के नोडल अधिकारी और एसीएमओ डा.आरएन गिरी ने फतेहगंज पश्चिमी इलाके में ओम साई अल्ट्रासाउंड सेंटर और गुडलाइफ अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जांच के लिए पहुंचे। दोनों ही सेंटर बंद मिले। इसके बाद डा.गिरि ने ओम साई अल्ट्रासाउंड सेंटर को खुलवाया। यहां मौके पर अल्ट्रासाउंड मशीन तो मिली लेकिन कोई जांच नहीं हो रही थी। रिकार्ड चेक किए तो पिछली जांच 14 सितंबर को हुई थी। इसके बाद से सेंटर बंद था। वहीं दूसरा अल्ट्रासाउंड सेंटर भी लगातार बंद चल रहा था। डाक्टर से बात हुई तो पता चला कि वह किसी काम से जिले से बाहर हैं। उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी भोजीपुरा क्षेत्र में दो सेंटरों का निरीक्षण किया। लेकिन यहां से भी महज दस्तावेज लेकर लौट आए।

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