UGC Tweet News : यूजीसी ने बरेली के छात्रों को दी राहत, रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने का रास्ता हुआ साफ

UGC Tweet News विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के ट्वीट के बाद एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रवेश का रास्ता और साफ हो गया है। विश्वविद्यालय अब प्रोफेशनल पाठ्यक्रम के साथ स्नातक एवं परास्नातक के नियमित पाठ्यक्रमों में भी दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर सकेगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:35 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:35 AM (IST)
UGC Tweet News :  यूजीसी ने बरेली के छात्रों को दी राहत, रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने का रास्ता हुआ साफ
UGC Tweet News : यूजीसी ने बरेली के छात्रों को दी राहत

बरेली, जेएनएन। UGC Tweet News : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के ट्वीट के बाद एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रवेश का रास्ता और साफ हो गया है। विश्वविद्यालय अब प्रोफेशनल पाठ्यक्रम के साथ स्नातक एवं परास्नातक के नियमित पाठ्यक्रमों में भी दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर सकेगा। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन पहले ही इसके लिए आदेश जारी कर चुका है और इसमें प्रोफेशनल एवं नियमित पाठ्यक्रमों की परीक्षा के लिए एजेंसियों से अलग-अलग प्रस्ताव मांगे गए हैं।

बता दें कि यूजीसी ने ट्वीट किया है कि सत्र 2021-22 के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों में संयुक्त प्रवेश परीक्षा नहीं कराई जाएगी। विश्वविद्यालय अपने स्तर से पूर्व की भांति नए सत्र में प्रवेश ले सकते हैं। इससे पहले तय हुआ था कि सत्र 2021-22 में सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी, लेकिन कोविड के कारण संयुक्त प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया पूरी तरह से ठप रही। इसके लिए न तो आवेदन लिए गए और न ही परीक्षा कार्यक्रम जारी किया गया। विश्वविद्यालय की ओर से यूजीसी व एनटीए को कई पत्र भेजे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जवाब के इंतजार में सत्र तेजी से पिछड़ता देख कुछ दिनों पहले ही प्रवेश प्रकोष्ठ की बैठक में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया। कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बताया कि यूजीसी ने ट्वीट के माध्यम से पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट कर दी है।

19 अगस्त तक महाविद्यालय को कराने होंगे एमएससी के प्रैक्टिकल

एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह ने एमएससी के प्रैक्टिकल के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में कोरोना संक्रमण का ध्यान रखा गया है। जिसके तहत पहली बार महाविद्यालय के प्राचार्य को ही प्रैक्टिकल के लिए परीक्षक चुनने की स्वतंत्रता दी गई है। हालांकि चुना जाने वाला परीक्षक अधिकतम पांच से अधिक महाविद्यालयों में परीक्षक न होने की बाध्यता की गई है। परीक्षक का शुल्क भी विश्वविद्यालय द्वारा दिया जाएगा।

इसके अलावा बुधवार 21 जुलाई से 19 अगस्त 2021 की दोपहर 12 बजे तक अपनी स्वेच्छा से प्रैक्टिकल करा सकते हैं। सभी महाविद्यालयों को 19 अगस्त को अंक अपलोड करने होंगे। कुलपति ने बताया कि अभी तक प्रैक्टिकल के लिए विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षक का चयन किया जाता था। जिसे महाविद्यालय के प्राचार्य को इस बार चुनने की छूट दी गई है। सभी प्राचार्यों से प्रैक्टिकल को भी कोविड गाइड लाइन का पालन कराते हुए संपन्न कराने के आदेश दिए गए हैं। 

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