सैंपलिग के नाम पर वसूली करने वाले दो लैब टेक्नीशियनों की सेवा समाप्त
तीन सौ बेड अस्पताल में सैंपलिग के नाम पर दंपती से वसूली करने वाले दो लैब टेक्नीशियनों की सेवा समाप्त कर दी गई।
बरेली, जेएनएन: तीन सौ बेड अस्पताल में सैंपलिग के नाम पर दंपती से वसूली करने वाले दो लैब टेक्नीशियनों की सेवा समाप्त कर दी गई है। जांच में नाम सामने आने पर दोनों लैब टेक्नीशियनों से पूछताछ की गई तो वह अपनी गलती मानते हुए माफ करने की गुहार लगाने लगे। यह दोनों टेक्नीशियन एमएमयू के लिए कार्य कर रहे थे। दैनिक जागरण ने इस खबर को 24 अक्टूबर के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
शुक्रवार शाम को तीन सौ बेड अस्पताल के फ्लू कार्नर में इज्जतनगर क्षेत्र के करमपुर रामेश्वर कालोनी निवासी दंपती सैंपलिग कराने पहुंचे थे। शाम होने के चलते सैंपलिग बंद हो गई थी तो पति पत्नी अस्पताल गेट के बाहर जाने लगे। तभी दो युवक उनके पास पहुंचे और बिना जांच के निगेटिव रिपोर्ट देने की बात कहकर दंपती के सामने आइसीएमआर फार्म भरा और एक हजार रुपये मांगे। बात सात सौ रुपये में तय हुई। मामले की पोल तब खुली जब कुछ देर बाद दंपती रिपोर्ट लेने अस्पताल पहुंच गए। मामले की जांच की गई और सभी लैब टेक्नीशियन को बुलाकर पहचान कराई गई लेकिन, वह नहीं मिले। इसके बाद पोर्टल पर रिपोर्ट देखी तो वह निगेटिव ही चढ़ी थी। जांच के दौरान जब आइसीएमआर फार्म निकालकर देखे गए तो पता चला कि दोनों फार्म एमएमयू (मेडिकल मोबाइल यूनिट) के लैब टेक्नीशियन शिवम और रवि ने दिए थे। इसके बाद एमएमयू प्रभारी अभिषेक त्यागी ने पूछताछ की तो दोनों ने अपनी गलती मान ली। साथ ही माफी मांगने लगे। एमएमयू प्रभारी ने बताया कि दोनों की सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं सीएमओ डा. विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि बिना सैंपल लिए रिपोर्ट निगेटिव चढ़ाया जाना गंभीर है। पोर्टल से निगेटिव रिपोर्ट हटवाने के साथ ही दंपती की सैंपलिंग कराई जाएगी।