खतरे में बरेली के दाे सौ गांव, प्रशासन ने किया अलर्ट, जानिए क्या है वजह

Flood Alert in Bareilly बरेली दो दिन हुई मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इसके साथ ही कालागढ़ बांध से पानी छोड़ा गया है। इसके चलते जिले में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:45 AM (IST)
खतरे में बरेली के दाे सौ गांव, प्रशासन ने किया अलर्ट, जानिए क्या है वजह
बरेली में खतरे दाे सौ गांव, प्रशासन ने किया अलर्ट, जानिए क्या है वजह

बरेली, जेएनएन। Flood Alert in Bareilly : बरेली दो दिन हुई मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इसके साथ ही कालागढ़ बांध से पानी छोड़ा गया है। इसके चलते जिले में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाढ़ का खतरा जिले के करीब दो सौ गांवों पर मंडरा रहा है। अधिकारी हर पल की जानकारी ले रहे हैं।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले तीन दिनों से उत्तराखंड में तेज बारिश हो रही है। बरेली में भी दो दिन मूसलधार बारिश हुई। उत्तराखंड से नदियों का पानी तेजी से नीचे की ओर आ रहा है। इस कारण कालागढ़ बांध से कई क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बड़ी मात्रा में पानी छोड़ने के कारण जिले की रामगंगा समेत अन्य नदियों का भी जलस्तर बढ़ गया है। उत्तराखंड से आने वाले नदियां भी उफान पर चल रही हैं।

किच्छा नदी के आसपास के गांवों में पानी पहुंच गया है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में हैं। रामगंगा और किच्छा नदी के आसपास करीब दो सौ गांव हैं, जिनमें बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बाढ़ खंड के एक्सईएन राजीव कुमार का कहना है कि रामगंगा नदी फिलहाल खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे हैं। अभी स्थिति नियंत्रण में है।

43 बाढ़ चौकियां सक्रिय, बना कंट्रोल रूम 

जिले में बाढ़ की आहट होते ही यहां बनाई गई 43 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। सिंचाई विभाग की टीमें लगातार सूचना जुटा रही हैं। इसके साथ ही एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार नदियों के पास के गांवों का दौरा कर रहे हैं। अगर नदियों का जलस्तर बढ़ता है तो आसपास के करीब दो सौ गांव बाढ़ की चपेट में आएंगे। इसके साथ ही कलक्ट्रेट में कंट्रोल रूम को भी सक्रिय कर दिया गया है। इसका 2457150 फोन नंबर भी जारी किया गया है।

जिले में फिलहाल बाढ़ की स्थिति नहीं है, फिर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाढ़ चौकियां सक्रिय करा दी गई हैं। सभी अधिकारियों को गांवों में पहुंचकर स्थिति को देखने के लिए कहा गया है। अधिकारी बाढ़ से होने वाले नुकसान का सर्वे भी करेंगे। नितीश कुमार, डीएम

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