बरेली में लाखों के नकली नोट खपाने का भंडाफोड़
बहेड़ी में लाखों के नकली नोट खपा दिए गए। उत्तराखंड से नोटों की अदला-बदली करने के लिए गिरोह के सदस्य आते थे। कानून की नजर से बचने के लिए धंधेबाज बड़े की जगह छोटे यानी सौ-सौ रुपये के नकली नोट बाजार में चलाते थे। गिरोह के सदस्यों ने इसका पूरा जाल बिछा रखा था। पुलिस ने गुरुवार को धंधे में लिप्त दो आरोपितों को दबोच लिया।
जागरण संवाददाता, बरेली : बहेड़ी में लाखों के नकली नोट खपा दिए गए। उत्तराखंड से नोटों की अदला-बदली करने के लिए गिरोह के सदस्य आते थे। कानून की नजर से बचने के लिए धंधेबाज बड़े की जगह छोटे यानी सौ-सौ रुपये के नकली नोट बाजार में चलाते थे। गिरोह के सदस्यों ने इसका पूरा जाल बिछा रखा था। पुलिस ने गुरुवार को धंधे में लिप्त दो आरोपितों को दबोच लिया।
उत्तराखंड के रुद्रपुर में कई जगहों पर नकली नोट चलाने का गिरोह सक्रिय है। इसी गैंग के कुछ साथी कस्बा में भी नकली सौ के नोटों को बाजार में खपाने में लगे थे। इस बात का इनपुट कई दिनों से बहेड़ी पुलिस को मिल रहा था। कोतवाल गीतेश कपिल की अगुवाई में पुलिस काफी दिनों से नकली नोट चलाने वालों की तलाश में लगी थी। गुरुवार को पुलिस ने सूचना पर गांव चुरैली में छापेमारी कर दो लोगों को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम शफीक व दौलतराम उर्फ बाबूजी गांव डयोली थाना नानकमत्ता उत्तराखंड बताया। पुलिस ने इनके पास से सौ-सौ के कुल 897 नकली नोट बरामद किए।
इनसेट
लाडो नाम का शख्स हो गिरोह का सरगना
पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्हें उत्तराखंड के ही गांव सिसईखेड़ा निवासी लाडो नकली नोट उपलब्ध कराता था, जिसे वे बाजार में खपाने का काम करते थे।
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छह माह से खपा रहे थे नकली नोट
पड़ताल में पता चला कि दोनों आरोपित छह माह से कस्बे में नकली नोट खपा रहे थे, लेकिन पुलिस अब जाकर दोनों आरोपितों को पकड़ पाई। हालांकि पूछताछ के जरिये पुलिस गिरोह के मुख्य साजिशकर्ता तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। वर्जन
नकली नोटों के चलन की जानकारी काफी दिनों से पुलिस को मिल रही थी। इस संबंध में दो लोगों को पकड़ा है। उनसे पूछताछ में अहम सुराग हाथ लगे हैं।
गीतेश कपिल, इंस्पेक्टर बहेड़ी