Tourism in Pilibhit : गोमती उद्गम स्थल पर मिलेगा काशी की आरती का नजारा, फन जाेन हाेगा आकर्षण का केंद्र
Tourism in Pilibhit गोमती उद्गम स्थल की तस्वीर बदल चुकी है। पर्यटकों को इस बार चूका के साथ ही गोमती उद्गम भी आकर्षित करेगा। यहां पर बच्चों के लिए फन जोन में रेल झूले फव्वारा चिड़ियों की चहचहाहट गोमती झील में नौकायन आदि भला किसे आकर्षित नहीं करेेगी।
पीलीभीत, जेएनएन। Tourism in Pilibhit : गोमती उद्गम स्थल की तस्वीर बदल चुकी है। पर्यटकों को इस बार चूका के साथ ही गोमती उद्गम भी आकर्षित करेगा। यहां पर बच्चों के लिए फन जोन में बच्चों की रेल, झूले, फव्वारा, चिड़ियों की चहचहाहट, गोमती झील में नौकायन, ट्री हट का लुत्फ, काशी की तर्ज पर होने वाली आरती, खानपान के लिए कैंटीन आदि भला किसे आकर्षित नहीं करेेगी। अब तो वहां पर्यटक विश्रामगृह भी बन रहा है। ऐसे में चूका के बाद सबसे ज्यादा पर्यटकों को यही स्थल आकर्षित करेगा।
जिले के माधोटांडा क्षेत्र में स्थित गोमती नदी का उद्गम स्थल पहले वीरान पड़ा रहता था। पिछले वर्षों में इस स्थल के जीर्णोद्धार के लिए जिला प्रशासन और क्षेत्रीय नागरिकों के सामूहिक प्रयास शुरू हुए। इसके बाद उद्गम स्थल की तस्वीर बदलने लगी। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने विशेष रूचि लेकर यहां सुंदरीकरण कार्यों को रफ्तार दी। इसी दौरान मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्द्धन योजना के माध्यम से गोमती उद्गम के लिए पचास लाख रुपये का बजट मिल गया।
जिलाधिकारी के प्रयासों से इस स्थल का अब पूरी तरह से कायाकल्प हो चुका है। यहां पर कछुआ संरक्षण केंद्र बनाना भी प्रस्तावित है। क्योंकि गोमती की झील में कई कछुआ की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां आने वालों के लिए सायं की आरती का सबसे ज्यादा आकर्षण रहता है। डीएम की पहल से काशी की तर्ज पर आरती की जाती है। इसके लिए काशी से पुरोहितों को आमंत्रित करके स्थानीय युवाओं की टोली को बाकायदा प्रशिक्षण दिया गया।
टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों के लिए होम स्टे की सुविधा प्रदान करने वाली दिव्या शाह की ओर से गोमती उद्गम पर ट्री हट का निर्माण कराया गया है। ऐसे में टाइगर रिजर्व से काफी निकट होने के कारण जंगल घूमने आने वाले तमाम पर्यटकों को गोमती उद्गम स्थल भी आकर्षित करेगा। क्योंकि यहां पर विशेषकर बच्चों के मनोरंजन के लिए काफी इंतजाम किए गए हैं।