Tokyo Olympic 2020 : हॉकी टीम के खिलाड़ियाें ने 41 साल बाद रचा इतिहास तो झूमा बरेली, बाेला- Well Done India

Tokyo Olympic 2020 41 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय पुरुष हाकी टीम ने इतिहास रच दिया। उधर खिलाड़ियों ने जर्मनी को 5-4 से करारी शिकस्त देकर कांस्य पदक को नाम किया तो यहां स्थानीय खिलाड़ियों के चेहरे पर सोने की हंसी खिलखिला उठी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 09:55 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:55 AM (IST)
Tokyo Olympic 2020 : हॉकी टीम के खिलाड़ियाें ने 41 साल बाद रचा इतिहास तो झूमा बरेली, बाेला- Well Done India
Tokyo Olympic 2020 : हॉकी टीम के खिलाड़ियाें ने 41 साल बाद रचा इतिहास तो झूमा बरेली

बरेली, जेएनएन। Tokyo Olympic 2020 : 41 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय पुरुष हाकी टीम ने इतिहास रच दिया। उधर, खिलाड़ियों ने जर्मनी को 5-4 से करारी शिकस्त देकर कांस्य पदक को नाम किया तो यहां स्थानीय खिलाड़ियों के चेहरे पर सोने की हंसी खिलखिला उठी। स्थानीय खिलाड़ी बोले ओलिंपिक में भारत को पदक देने वाले खिलाड़ियों ने देश का मान तो बढ़ाया ही साथ ही उन्होंने हमारे आइकन के रुप अपनी जगह भी बनाई है।

टोक्यो ओलिंपिक में एतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद बरेली में खेल प्रेमी खुशी से झूम उठे। कोच के साथ ही खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत की खुशी का इजहार किया। ओलिंपिक में भारतीय हाकी टीम की जीत का चमक बरेली तक अपनी रोशनी बिखरेती रही। वहीं खिलाड़ियों में उत्साह इस रोशनी में चार चांद लगाता रहा। सांई स्टेडियम, स्पोर्ट्स स्टेडियम और रेलवे स्टेडियम में खिलाड़ियों ने कोच के साथ केक काटकर शुभकामनांए। खिलाड़ियों ने कहा कि बरेली में प्रतिभा की कमी नहीं है। थोड़ी जरूरत है तो सिर्फ उत्साहवर्धन और संसाधनों के अभाव के साथ ही कोच ही। अगर उन्हें यह साैगात मिल जाए तो वह लम्हा दूर नहीं जब भावी खिलाड़ी भी ओलिंपिक में स्वर्ण के लिए शाट लगाएंगे।

हाॅॅकी को स्कूली स्तर पर मिले बढ़ावा

क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि हाकी को स्कूली स्तर पर बढ़ावा मिलना चाहिए। जमीनी स्तर को हाकी को बचाना चुनौती है। ओलिंपिक में हम शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

स्थानीय खिलाड़ियों में बढ़ेगा जुनून

हाकी एसोसिएशन के सचिव वसीम खान ने कहा कि काफी सालों बाद यह जीत दर्ज की है। भारतीय टीम को जगह बनाने के बाद स्थानीय खिलाड़ियों में इससे हाकी के प्रति जुनून बढ़ेगा।

अब सरकार की बारी...

सांई स्टेडियम के प्रबंधक ग्यानेंद्र सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों को जो करना था वो उन्होंने कर दिखाया है। अब भावी खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की बारी है।

इतिहास के पन्नों पर लिखी जाएगी यह जीत

पूर्व अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी गीता शर्मा ने कहा कि 41 वर्ष बाद भारतीय हाकी टीम की यह जीत भी इतिहास के पन्नों पर लिखी जाएगी। कहा कि मुझे गर्व है कि मैं इस खुशी के पल का हिस्सा बनीं।

पहले से सांई स्टेडियम में सुविधाएं बढ़ी हैं। लेकिन, स्टेडियम में खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। ताकि आगे के लिए रास्ते खुलें। रामचंद्र यादव, खिलाड़ी

स्टेडियम में रात के समय के लिए लाइटों की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि हम रात को भी अभ्यास कर सकें। साथ ही खिलाड़ियों की डाइट बढ़नी चाहिए। मुनेंद्र प्रताप, खिलाड़ी

सांई स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ तो है। लेकिन, यह क्षतिग्रस्त होने लगा है। जिस वजह से सही से अभ्यास नहीं हो पाता है। कई बार चोटिल भी होना पड़ता है। मोहम्मद अरवाज, खिलाड़ी

वर्तमान में स्टेडियम में बीस खिलाड़ी हैं। ऐसे में आपस में खुद को निखारना मुश्किल होता है। खिलाड़ियों की संख्या बढ़ेगी तो जरूर नया खिलाड़ी फिर बरेली का मान बढ़ाएगा। अब्दुल रहमान, खिलाड़ी

खुशी से झूला स्पोर्ट्स स्टेडियम

भारतीय हाकी टीम की शानदान जीत के अवसर पर स्पोर्ट्स स्टेडियम खुशी से झूम उठा। खिलाड़ियों के साथ ही कोच व खेल प्रमियों ने पहुचं आपस में बधाई दी। केक काटकर खुशी का जाहिर की।

केक काटकर मनाई खुशी

41 वर्ष बाद कांस्य पदक मिलने के उपलक्ष्य में पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के रेलवे स्टेडियम में केक काटकर खुशी मनाई। इस दौरान करीब 250 महिला पुरुष खिलाड़ियों ने जश्न में भाग लिया।

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