बरेली में कोरोना को हराने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस में टोकन व्यवस्था

कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे समय से ड्राइविंग लाइसेंस का काम अटका हुआ था। पिछले कुछ दिनों से जिले के संभागीय परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देना शुरू हुआ तो बंपर भीड़ उमड़ने लग गई। इस वजह से कोरोना संक्रमण फैलने का डर तो बढ़ गया।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 12:32 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 05:41 PM (IST)
बरेली में कोरोना को हराने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस में टोकन व्यवस्था
इससे कोविड-19 नियम के तहत लाइसेंस शाखा में शारीरिक दूरी का भी पूरी तरह पालन होने लगा है।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे समय से ड्राइविंग लाइसेंस का काम अटका हुआ था। पिछले कुछ दिनों से जिले के संभागीय परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देना शुरू हुआ तो भीड़ उमड़ने लग गई। इस वजह से कोरोना संक्रमण फैलने का डर तो बढ़ा ही, साथ में दलाली, लड़ाई-झगड़े के मामले भी सामने आने लगे। इन सबसे निजात पाने के लिए परिवहन विभाग ने नई व्यवस्था शुरू की है। अब लाइसेंस शाखा में टोकन व्यवस्था शुरू की गई है। निजी अस्पताल या किसी रेस्टोरेंट की तर्ज पर शुरू हुई इस व्यवस्था से अब लाइसेंस बनवाने के लिए एक ही समय पर ज्यादा भीड़ नहीं लगती। इससे कोविड-19 नियम के तहत लाइसेंस शाखा में शारीरिक दूरी का भी पूरी तरह पालन होने लगा है। 

 दस्तावेज चेक होने के साथ मिलता है टोकन

लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद कुछ दिनों बाद का स्लॉट मिलता है। इस दिन परिवहन विभाग के दफ्तर में लाइसेंस विभाग पहुंचकर जमा किए दस्तावेजों की मूल कॉपी दिखाई जाती है। कागज मिलान करने के साथ ही संबंधित बाबू अब एक टोकन भी देता है। इस टोकन पर दर्ज नंबर के साथ ही फाइल पर भी नंबर लिख दिया जाता है। 

बायोमीट्रिक और फोटोग्राफी वाले रूम में आता है नंबर 

लाइसेंस शाखा के एक कमरे में लर्निंग अभ्यर्थियों के अंगूठे और अंगुलियों की डिजिटल छाप ली जाती है। इसे बायोमीट्रिक कहते हैैं। इसके साथ ही फोटोग्राफी और डिजिटल साइन भी लिए जाते हैैं। इस प्रक्रिया में ज्यादा समय लगने के चलते लंबी लाइन लग जाती है। नई व्यवस्था के तहत अब इस कमरे के बाहर ही छोटी डिजिटल स्क्रीन लगी है। इस पर नंबर दर्ज होते हैैं। जैसे अगर किसी के पास 24 नंबर का टोकन है। तो 24, 124, 224, 324 या 424 नंबर स्क्रीन पर लिखते ही समझ जाएं कि आपका नंबर आ गया है। सैकड़े का अंक बताता है कि अभी तक कितने लाइसेंस बन चुके। यह इसलिए क्योंकि परिवहन विभाग के पास 100 ही टोकन हैैं। 101 नंबर पर आते ही 01 नंबर का टोकन मिलेगा। इसके बाद कंप्यूटर टेस्ट लिया जाएगा। जिसे पास करने के बाद ही लर्निंग टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होती है।

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