पत्नी से बदला लेने के लिए पति ने ऐसी गढ़ी कहानी कि जिसने भी सुनी दंग रह गया, आप भी पढ़ें पूरा मामला

Bareilly Crime News साहब! पति ने खुदकुशी नहीं की है। वह गांव में रह रहे हैं। रामगंगा पुल पर सुसाइड नोट बाइक व मोबइल फोन छोड़कर पत्नी व सास-ससुर को मौत का जिम्मेदार ठहराने वाले युवक की पत्नी ने एसएसपी को सुनाई कहानी।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 06:56 AM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 06:56 AM (IST)
पत्नी से बदला लेने के लिए पति ने ऐसी गढ़ी कहानी कि जिसने भी सुनी दंग रह गया, आप भी पढ़ें पूरा मामला
रामगंगा पुल पर सुसाइड नोट, बाइक और मोबाइल छोड़ चला गया था युवक

बरेली, जेएनएन। Bareilly Crime News : साहब! पति ने खुदकुशी नहीं की है। वह गांव में रह रहे हैं। आप इसकी जांच करा लीजिए। दूध का दूध-पानी का पानी हो जाएगा। रामगंगा पुल पर सुसाइड नोट, बाइक व मोबइल फोन छोड़कर पत्नी व सास-ससुर को मौत का जिम्मेदार ठहराने वाले युवक की पत्नी जब मंगलवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची, तो यह कहानी सुन हर कोई दंग रह गया। कहानी में आए नए मोड़ की जांच एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ नवाबगंज को दी है।

क्योलडिय़ा के गांव तुलसी पट्टी निवासी हेमराज ने बेटी किरण का विवाह राहुल से किया था। हेमराज के मुताबिक, विवाह के कुछ समय बाद ही ससुराली दहेज के लिए बेटी का उत्पीडऩ करने लगे। तंग आकर बेटी ने ससुरालियों के विरुद्ध दहेज उत्पीडऩ की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। आरोप है कि इसका बदला लेने के लिये आरोपित पति ने अपने पिता और रिश्ते के दो भाइयों के साथ मिलकर योजना बनाई। तय योजना के तहत रामगंगा पर राहुल ने अपनी बाइक खड़ी कर दी। वहीं पर मोबाइल फोन व सुसाइड नोट छोड़ दिया, जिसमें खुदकुशी की बात लिखकर पत्नी व सास-ससुर को जिम्मेदार बताया। पुलिस ने राहुल की तलाश की लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं लग सका। अब उसकी पत्नी ने यह नया रहस्योद्घाटन किया है।

सूर्यास्त के बाद किसी पोस्टमार्टम की नहीं रही जरूरत : 24 घंटे पोस्टमार्टम प्रक्रिया के आदेश के बाद मंगलवार को बरेली में सूर्यास्त के बाद कोई पोस्टमार्टम नहीं हुआ। इसकी वजह रही कि सूर्यास्त के बाद कोई भी शव पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचा। मंगलवार को छह शव पंचनामा के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेजे गए थे, इनकी पंचनामे की प्रक्रिया शुरू सूर्यास्त से पूर्व पूरी कर ली गई। अभी तक सूर्यास्त के बाद पंचनामा की प्रक्रिया विशेष परिस्थितियों में की जाती थी। इसके लिए पहले जिलाधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य होता था। डीएम के आदेश के बाद ही रात में पंचनामे की कार्रवाई होती थी।

इस व्यवस्था को खत्म करते हुए केंद्र सरकार ने पोस्टमार्टम हाउस पर 24 घंटे पंचनामे की प्रक्रिया कराने के लिए राज्य सरकारों को आदेश जारी किए हैं। इस बाबत एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि सूर्यास्त के बाद भी पंचनामा की प्रक्रिया होती थी लेकिन, यह विशेष परिस्थितियों में की जाती थी। केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक, अब रात में पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ्य विभाग से बात कर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।

इस बाबत केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को निर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग को पोस्टमार्टम हाउस पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए निर्देश जारी करेगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पोस्टमार्टम हाउस पर सुविधाएं बढ़ाने जाने के बाद यह प्रक्रिया आसान हो सकेगी। 24 घंटे पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद जहां शव के पोस्टमार्टम के लिए रात भर का इंतजार खत्म होगा वही अनुमति जैसे झंझट से भी मुक्ति मिलेगी।

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