बरेली की रबर फैक्‍ट्री में 22 दिन के बाद फिर दिखी बाघिन

फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन 22 दिनों के बाद कैमरों में कैद हुई है। अब अधिकारियों ने इसे पकड़ने के लिए एक बार फिर से विशेषज्ञों से बात करनी शुरू कर दी है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 06:28 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 06:28 PM (IST)
बरेली की रबर फैक्‍ट्री में 22 दिन के बाद फिर दिखी बाघिन
बरेली की रबर फैक्‍ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई बाघिन।

बरेली, जेएनएन। फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन 22 दिनों के बाद कैमरों में कैद हुई है। जिससे फैक्ट्री परिसर में ही होने की एक बार फिर से मोहर लग गई है। वहीं अब अधिकारियों ने इसे पकड़ने के लिए एक बार फिर से विशेषज्ञों से बात करनी शुरू कर दी है।

प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने बताया कि 22 दिन के बाद बाघिन की फोटो लगे सेंसर कैमरों में दिखी है। जिसमें वह सड़क के किनारे शिकार की तलाश में घूमते दिखी है। बाघिन पूरी तरह से स्वस्थ दिख रही है। अब उसे पकड़ने के लिए जल्द ही वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम पहुंचेगी। जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन टाइगर एक बार फिर से शुरू किया जाएगा। बताया कि बाघिन बहुत ही तेज है। वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रही है। विशेषज्ञों के आने पर नए सिरे से उसे सुरक्षित पकड़ने के लिए योजना तैयार कि जाएगी। अभी फिलहाल बाघिन का लोकेशन व मूवमेंट पता करने के लिए 23 सेंसर कैमरा, 22 पीआइपी (पग मार्क इंप्रेशन पैड) लगाए गए हैं। इसके साथ तीन पिंजरा व एक ट्रेंक्युलाइज रूम भी तैयार किया गया है। पिंजरों में उसके लिए सुअर व बकरों को बांधा गया है। जबकि लोकेशन न बदले इसके लिए पड्डा बांधा गया है। बाघिन को सुरक्षित पकड़ने के लिए ऑपेरेशन को धीरे-धीरे वन्यजीव विशेषज्ञों के मुताबिक चलाया जाएगा।

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