अंतरजनपदीय आटोलिफ्टर गिरोह के तीन सदस्य शाहजहांपुर में गिरफ्तार, बदमाशों के कब्जे में मिलीं आठ चोरी की बाइकें
Inter District Autolifter Gang Members Arrested in Shahjahanpur फर्जी कागजात बनाकर चोरी की बाइकें बेचने वाले तीन अंतरजनपदीय आटोलिफ्टर पुलिस ने बुधवार को सुबह गिरफ्तार कर लिए है। उनके पास से चोरी की आठ बाइकें भी बरामद की है।
बरेली, जेएनएन। Inter District Autolifter Gang Members Arrested in Shahjahanpur : फर्जी कागजात बनाकर चोरी की बाइकें बेचने वाले तीन अंतरजनपदीय आटोलिफ्टर पुलिस ने बुधवार को सुबह गिरफ्तार कर लिए है। उनके पास से चोरी की आठ बाइकें भी बरामद की है। आटोलिफ्टर हापुड़, फर्रुखाबाद व उन्नाव जिले के रहने वाले हैं। अल्हागंज पुलिस को बुधवार सुबह सूचना मिली कि चोरी की बाइकें बेचने के लिए कुछ लोग क्षेत्र के पिडरिया मोड़ के पास पहुंचे है। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र के उठसैनी गांव निवासी शहजाद , फर्रुखाबाद जिले के कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला दीनदयाल बाग अमेठी कोना निवास हरमोद शुक्ला व उन्नाव जिले के आसीमन थाना क्षेत्र के रुलिया मोउद्दीनपुर गांव निवासी रंजीत कुमार बताया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर क्षेत्र में ही सड़क किनारे झाड़ियों से पांच और बाइकें बरामद की। पुलिस के मुताबिक शहजाद गिरोह का सरगना है। जिसकी नोएडा में बाइक रिपेरिंग की दुकान है। नोएडा में ही बाइक चोरी करने के बाद उनके फर्जी कागजात बनवाकर शाहजहांपुर के अलावा हरदोई, फर्रुखाबाद आदि जिलों में अपने रिश्तेदारों के माध्यम से बाइकें आसानी से बेंच देते थे। एसपी एस आनंद ने बताया कि इनके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी की जा रही है। इसके अलावा अब तक कितने लोगों को चोरी की बाइकें बेची जा चुकी है इसके बारे में भी जानकारी की जा रही है।
दो साल बाद चोरी की बाइक के साथ बदमाश गिरफ्तार : पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान दो साल पहले चोरी की गई बाइक के साथ चोर को गिरफ्तार कर लिया। बाइक दिल्ली स्थित एक फैक्ट्री से चोरी करने की बात सामने आई है। पुलिस बाइक मालिक के बारे में जानकारी कर रही है।गढ़िया रंगीन थाना क्षेत्र के जरगवां गांव निवासी वीरेशपाल दो साल पहले दिल्ली की जीटेक स्ट्रील फैक्ट्री में मजदूरा करता था। वहां से एक बाइक चोरी कर वह घर चला आया था। ततब से वह क्षेत्र में ही बाइक चला रहा था। सोमवार देर रात एसओ सुंदरलाल चेकिंग अभियान चला रहे थे। भटिया तिराहा के पास पुलिस ने जब वीरेश को रोककर कागजात मांगे तो वह टाल मटोल करने लगा। सख्ती करने पर उसने बाइक चोरी की होने की बात को स्वीकार किया। एसओ ने बताया कि वीरेश को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।