पटरी की रखवाली करने की बजाय अफसरों के घरों की चौकीदारी कर रहे ट्रैकमैन

पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के कई ट्रैकमैन (गैंगमैन) गिट्टी-स्लीपर और ट्रैक की पड़ताल करने की जगह अफसरों के घरों में चौकीदारी कर रहे हैं। इस बात का खुलासा स्वयं ट्रैकमैनों ने किया है। कर्मचारियों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शिकायत अधिकारियों तक पहुंचाना शुरू कर दिया गया है।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 09:00 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 09:00 AM (IST)
पटरी की रखवाली करने की बजाय अफसरों के घरों की चौकीदारी कर रहे ट्रैकमैन
डीआरएम आशुतोष पंत ने मामले में एसडीईएन को जांच के निर्देश दिए हैं।

 बरेली, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के कई ट्रैकमैन (गैंगमैन) गिट्टी-स्लीपर और ट्रैक की पड़ताल करने की जगह अफसरों के घरों में चौकीदारी कर रहे हैं। इस बात का खुलासा स्वयं ट्रैकमैनों ने किया है। कई बार लिखित शिकायत करने पर भी कार्रवाई न होने पर अब इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी शिकायत अधिकारियों तक पहुंचाना शुरू कर दिया गया है। फिलहाल डीआरएम ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि मंडल के कर्मचारी जेएस यादव ने डीआरएम को ट्वीट कर बताया कि पीलीभीत-बीसलपुर सेक्शन के गैंग संख्या पांच पीएस में कोई कर्मचारी न होने से रेलवे क्रासिंग पर गेटमैन को विश्राम देने के लिए दूसरी गैंग के कर्मचारी को टीए पर बुलाया गया है। जबकि अविनाश मिश्रा को पीडब्ल्यूआइ गैंग में नहीं भेज रहे है। बल्कि अपने बंगले के निजी कार्य तथा कार्यालय की चौकीदारी कराते है। डीआरएम आशुतोष पंत ने मामले में एसडीईएन को जांच के निर्देश दिए हैं।

 बंगले में ड्यूटी करना आसान

नाम न छापने की शर्त पर एक गैंगमैन ने बताया कि विभाग में इन दिनों ट्रैकमैनों की संख्या काफी कम है। ऐसे में अतिरिक्त लोड भी है। पहले पांच किलोमीटर का स्ट्रेच लेकर चलना पड़ता था तो अब दस किलोमीटर की दौड़ लगानी पड़ती है। यही नहीं, वाचमैन, गेटमैन के एकीकृत ग्रेड के कारण इनसे उनके काम भी लिए जाते हैं। ऐसे में अधिकारियों के घरों में सब्जी, सामान व घरों की चौकीदारी करना ज्यादा सही है।

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