आगरा के बाद SIT के रडार पर बनारस का ये विश्वविद्यालय, जुटा रही पासआउट 61 गुरुजी का ब्यौरा

आगरा विश्वविद्यालय की तर्ज पर संपूर्णानंद विश्वविद्यालय वाराणसी से स्नातक उपाधिक के साथ पासआउट 61 शिक्षक एसआइटी के रडार पर है। फर्जीवाड़ा की आशंका में उन्हें जांच के दायरे में लिया गया है। बेसिक शिक्षा कार्यालय से सभी शिक्षकों का डाटा एसआइटी को भेज दिया गया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 05:29 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:29 PM (IST)
आगरा के बाद SIT के रडार पर बनारस का ये विश्वविद्यालय, जुटा रही पासआउट 61 गुरुजी का ब्यौरा
आगरा के बाद SIT के रडार पर बनारस का ये विश्वविद्यालय, जुटा रही पासआउट 61 गुरुजी का ब्यौरा

शाहजहांपुर, जेएनएन। आगरा विश्वविद्यालय की तर्ज पर संपूर्णानंद विश्वविद्यालय वाराणसी से स्नातक उपाधिक के साथ पासआउट 61 शिक्षक एसआइटी के रडार पर है। फर्जीवाड़ा की आशंका में उन्हें जांच के दायरे में लिया गया है। बेसिक शिक्षा कार्यालय से सभी शिक्षकों का डाटा एसआइटी को भेज दिया गया है।

मंगलवार को बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने वीडियो कांफ्रेसिंग से मामले की जानकारी लेने के साथ पूरा ब्योरा मांगा है। फर्जी व टेंपर्ड बीएड उपाधि समेत अंक पत्र व प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले 44 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है।

अब संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से स्नातक उपाधि हासिल कर बेसिक शिक्षा परिषद में नौकरी करने वाले 61 शिक्षकों को एसआइटी ने जांच के दायरे में लिया है। बीएसए कार्यालय से चिन्हित शिक्षकों का पूरा ब्योरा भेज दिया है। इनमें 33 शिक्षक जनपद में कार्यरत है, शेष का अंतजनपदीय स्थानांतरण हो चुका है।

एसआइटी ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की उपाधि धारक शिक्षिका का ब्योरा मांगा था, वह दे दिया गया है। मंगलवार को निदेशक बेसिक शिक्षा ने भी वीडियो कांफ्रेसिंग पर जानकारी ली है। वर्तमान में संपूर्णानंद के 33 शिक्षक जनपद में कार्यरत है। राकेश कुमार, बीएसए 

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