बरेली की इस नेशनल एथलीट ने खोला सीक्रेट, बोली- वजन कम करने के लिए शुरू की थी दौड़

Bareilly National Athlete Harsita Secret News सिर्फ फिट रहने के लिए कोई दौड़े और धावक बन जाए। यह सुनना थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन यह सच्चाई है। सिर्फ वजन कम करने के उद्देश्य से हर्षिता ने दौड़ना शुरू किया और राष्ट्रीय धावक के रूप में अपनी पहचान बनाई।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 04:12 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 04:12 PM (IST)
बरेली की इस नेशनल एथलीट ने खोला सीक्रेट, बोली- वजन कम करने के लिए शुरू की थी दौड़
बरेली की इस नेशनल एथलीट ने खोला सीक्रेट, बोली- वजन कम करने के लिए शुरू की थी दौड़

बरेली, जेएनएन। Bareilly National Athlete Harsita Secret News : सिर्फ फिट रहने के लिए कोई दौड़े और धावक बन जाए। यह सुनना थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन, यह सच्चाई है। सिर्फ वजन कम करने के उद्देश्य से हर्षिता ने दौड़ना शुरू किया और राष्ट्रीय धावक के रूप में अपनी पहचान बनाई। बनारस में आयोजित दिन दिवसीय राष्ट्रीय मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में साेमवार को रजत पदक जीतकर बरेली की बिटिया ने परचम लहराया।

हर्षिता ने बताया कि इस मीट में उन्होंने 1500 मीटर, पांच हजार मीटर और दस हजार मीटर दौड़ के लिए हिस्सा लिया। तीनों ही वर्ग में उन्होंने रजत पदक हासिल किया। वह अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं। खास बात यह है कि वह दो बच्चों की मां है। परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ ही वह नियमित अभ्यास करती हैं। इसके लिए उनके पति उनका पूरा सहयोग करते हैं। वह कहती हैं कि इस जीत के हकदार उनसे ज्यादा उनके पति धीरज हैं।

रेलवे कोच अजय से सीखे गुर

हर्षिता मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। बरेली के वीर सावरकर में उनका ससुराल है। पति की नौकरी अमेठी में होने की वजह से वह वहीं रहती हैं। बताया कि वह प्रोफेशनल खिलाड़ी नहीं हैं। इसलिए राष्ट्रीय मीट की तैयारी के लिए सितंबर में ससुराल पहुंचकर रेलवे कोच अजय कश्यप से दौड़ के गुर सीखे और अभ्यास तेज किया।

आनलाइन लेती रहती हैं टिप्स

इस उपलब्धि को पाने के बाद अब वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाना चाहती हैं। इसके लिए अभ्यास कर रही हैं। बताया कि बच्चों के साथ अभ्यास को ज्यादा समय नहीं दे पातीं। लेकिन, शाम के वक्त जो दो से तीन घंटे का अभ्यास करती हैं वे पूरे मनोयोग से करती हैं। इस बीच बच्चों को उनके पति संभालते हैं ताकि उनका अभ्यास प्रभावित न हो।

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