दिव्यांग बनकर लॉ में एडमीशन लेने वालों पर यह कॉलेज हुअा मेहरबान, Bareilly News
स्वास्थ्य विभाग की जांच में उनके प्रमाण पत्र फर्जी पुष्ट हुए सप्ताह बीत गया। कॉलेज प्रशासन फर्जीवाड़ा करने वाले विद्यार्थियों पर मेहरबान नजर आ रहा है।
जेएनएन, बरेली : बरेली कॉलेज में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्रों के सहारे जिन विद्यार्थियों ने एलएलबी में एडमिशन लिया है, स्वास्थ्य विभाग की जांच में उनके प्रमाण पत्र फर्जी पुष्ट हुए सप्ताह बीत गया। कॉलेज प्रशासन, फर्जीवाड़ा करने वाले विद्यार्थियों पर मेहरबान नजर आ रहा है। इसे लेकर तमाम सवाल उठने लगे हैं।
कुछ शिक्षकों का दावा है कि कॉलेज प्रशासन इस प्रकरण में कार्रवाई के मूड में नहीं है। अब एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय स्तर से ही कार्रवाई के आसार लगाए जा रहे हैं। बरेली कॉलेज में तीन-चार प्रवेश फर्जी प्रमाण पत्रों से हुए हैं। वेटेज के लिए एनसीसी, एनएसएस, खेल, स्वतंत्रता सेना, सैन्य आश्रित और दिव्यांग श्रेणी में करीब 1000 छात्रों ने भारांक के प्रमाण पत्र लगाए थे। स्वास्थ्य विभाग से 27 दिव्यांग प्रमाण पत्रों की जांच कराई। इसमें छह प्रमाण पत्र फर्जी निकले थे। प्राचार्य डॉ. अजय शर्मा इनके प्रवेश रद किए जाने की बात कह चुके हैं
अटकी प्रमाण पत्रों की जांच
27 प्रमाण पत्रों में छह फर्जी निकलने के बाद कॉलेज ने बाकी प्रमाण पत्रों की जांच रोक रखी है। शिक्षकों कई प्रमाण पत्र फर्जी निकलने की आशंका जताई है।
लॉ विभाग को नहीं सूचना
फर्जी तरीके से लिए गए प्रवेशों को निरस्त किए जाने के संबंध में लॉ विभाग के पास कोई सूचना नहीं है। शिक्षकों का तर्क है कि प्रवेश समिति, प्राचार्य ही इस पर निर्णय लेंगे। हमारे पास कोई पत्र नहीं आया है।
रुविवि ले सकता है संज्ञान
बरेली कॉलेज में गत वर्ष प्रवेश फर्जीवाड़े पर रुविवि ने संज्ञान लिया था। इस बार भी प्रशासन ऐसे छात्रों के परीक्षा फॉर्म भरने पर रोक लगा सकता है, गत वर्ष विवि ने एक छात्र मोहित कुमार को फॉर्म भरने की अनुमति नहीं दी थी।
फर्जी प्रमाण पत्र से प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. वंदना शर्मा, चीफ प्रॉक्टर व मीडिया प्रभारी बरेली कॉलेज