Corruption : 500 रुपये नहीं मिलें तो चार साल के मासूम को बनाया 104 वर्ष का वृद्ध Bareilly News

रिश्वत नहीं दी तो चार साल के शुभ की उम्र 104 साल और उसके छोटे भाई संकेत की उम्र अब दो साल के बजाय 102 साल दर्ज कर दी गई।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 09:13 AM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 05:50 PM (IST)
Corruption : 500 रुपये नहीं मिलें तो चार साल के मासूम को बनाया 104 वर्ष का वृद्ध Bareilly News
Corruption : 500 रुपये नहीं मिलें तो चार साल के मासूम को बनाया 104 वर्ष का वृद्ध Bareilly News

जेएनएन, बरेली : रिश्वत नहीं दी तो चार साल के शुभ की उम्र 104 साल और उसके छोटे भाई संकेत की उम्र अब दो साल के बजाय 102 साल दर्ज कर दी गई। जन्म प्रमाण पत्र पर यह कारगुजारी देखी तो अभिभावक कार्रवाई के लिए कोर्ट पहुंचे। वहां से आरोपित वीडीओ और ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश हुए। विशेष न्यायाधीश द्वितीय भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट पहुंचा मामला शाहजहांपुर के थाना खुटार से जुड़ा है।

बेला गांव के पवन कुमार ने अपने भतीजे शुभ व संकेत का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। आरोप है कि ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) सुशील चंद्र अग्निहोत्री व ग्राम प्रधान प्रवीण मिश्र ने आवेदक से प्रति जन्म प्रमाण पत्र 500 रुपये की रिश्वत मांगी। पवन ने इन्कार कर दिया तब दोनों ने मिलकर अजब खेल खेला।

जन्म प्रमाण पत्र तो बना मगर शुभ की जन्मतिथि 13 जून 2016 के स्थान पर 13 जून 1916 लिख दी। जबकि संकेत की जन्म तिथि 6 जनवरी 2018 की जगह 6 जनवरी 1918 दर्ज करके प्रमाण-पत्र जारी कर दिए। यह वाकया दो महीने पहले हुआ। कोई सुनवाई न होने पर अधिवक्ता राजीव सक्सेना के माध्यम से अदालत में अर्जी दी।

स्पेशल जज पीसी एक्ट-द्वितीय मुहम्मद अहमद खां ने थाना खुटार की पुलिस को मुकदमा दर्ज करके मामले की तफ्तीश किए जाने के आदेश दिए हैं। आदेश 20 दिन पहले हुआ है लेकिन वादी को प्रमाणित कॉपी 17 जनवरी को मिली। वीडीओ सुशील चंद्र अग्निहोत्री का कहना है कि पवन व प्रवीण के बीच कोटा का विवाद चला आ रहा है। इसीलिए आरोप लगाए जा रहे। कोर्ट के आदेश या मुकदमे की जानकारी नहीं है।

 भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के आदेश करने के बाद आरोपित उस पर स्टे ले आए हैं। इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। -तेजपाल सिंह, प्रभारी थाना खुटार

प्रमाणपत्र सही बनाया गया था, इसकी रिसी¨वग भी है। पवन की भाभी के नाम से कोटा था जोकि शिकायतें होने पर निरस्त कर दिया गया था। इसी रंजिश में घूस मांगने व गड़बड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं। हमें हाईकोर्ट से स्टे मिल गया है। - प्रवीण मिश्र, ग्राम प्रधान, बेला

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