धान की पर्ची पर दो रेट लिखे होने पर हुआ बवाल, भाकियू नेता के साथ किसानों ने की नारेबाजी, जानिए आगे क्या हुआ

Paddy Slip News धान बिक्री करने पहुंचे किसान से सुखवीर एग्रो धान मिल के कर्मचारियों ने अभद्रता कर दी। जिस पर विवाद बढ़ गया। जानकारी मिलने पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और उन्होंने मिल गेट के सामने ट्रैक्टर ट्राली लगाकर धरना शुरू कर दिया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 04:40 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 04:40 PM (IST)
धान की पर्ची पर दो रेट लिखे होने पर हुआ बवाल, भाकियू नेता के साथ किसानों ने की नारेबाजी, जानिए आगे क्या हुआ
धान की पर्ची पर दो रेट लिखे होने पर हुआ बवाल, भाकियू नेता के साथ किसानों ने की नारेबाजी

बरेली, जेएनएन। Paddy Slip News : धान बिक्री करने पहुंचे किसान से सुखवीर एग्रो धान मिल के कर्मचारियों ने अभद्रता कर दी। जिस पर विवाद बढ़ गया। जानकारी मिलने पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और उन्होंने मिल गेट के सामने ट्रैक्टर ट्राली लगाकर धरना शुरू कर दिया। मिल के महाप्रबंधक ने कर्मचारी से माफीनामा लिखवाया तब किसान माने।

क्रय केंद्रों पर हो रही मनमानी व लापरवाही के कारण किसानों ने अपना धान आढ़तों व मिलों पर बेचना शुरू कर दिया है। क्षेत्र की सुखवीर एग्रो धान मिल पर बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं। यहां शुक्रवार को किसानों ने धान की पर्ची पर दो रेट देखे तो उनका माथा ठनका। मिल

कर्मी से जानकारी करने पहुंचे तो सही जानकारी नहीं मिली। किसान प्रेमसिंह का आरोप है कि एक ही धान के दो रेट लिखे होने का कारण पूछने पर कर्मचारी ने उनसे अभद्रता शुरू कर दी। जिस पर वहां मौजूद अन्य किसान भी आ गए और विरोध जताने लगे। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के नेता संदीप सिंह के नेतृत्व में किसानों ने मिल गेट पर धान से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी कर धरना शुरू कर दिया।

निवर्तमान जिलाध्यक्ष मंजीत सिंह भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए और मिल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस पहुंची, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हुए। करीब तीन घंटे बाद मिल के महाप्रबंधक महेश चंद्र मिश्र वहां पहुंचे। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद किसान वहां से हटे। इस दौरान परमजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, जसविंदर सिंह, खान सिंह यादव, कर्मजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, रामलाल, सुखचैन सिंह आदि मौजूद रहे।

मिल के बाहर सड़क पर पहले से ही तौल के लिए बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली खड़ी थीं। किसानों के गेट पर धरना प्रदर्शन के कारण जाम की स्थिति बनने लगी। धरना समाप्त होने के बाद यातायात सामान्य हो सका।

रात में कुछ किसान धान बेचने आए थे। उनसे निर्धारित रेट पर खरीद भी हो गई थी। किसी कर्मचारी से एक किसान की बहस हो गई। जिसका उन्होंने मुद्दा बना लिया। इस पर कर्मचारी से माफीनामा लिखवाकर विवाद समाप्त करा दिया गया।महेश चंद्र मिश्र, महाप्रबंधक सुखवीर एग्रो मिल

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