सड़कों के अंधे मोड़, छीन रहे हैं लोगों की जिंदगी

सड़कों पर कई चौराहे घुमाव तिराहे अक्सर राहगीरों की खून से लाल हो रहे हैं। जिले में भी 22 ऐसे अंधे मोड हैं जो अब तक कइयों की जिंदगी छीन चुके हैं। इन ब्लैक स्पॉट पर हादसों ने अफसरों की आंखें खोली तो वहां हादसे रोकने के काम कराए गए।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 12:22 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 01:36 PM (IST)
सड़कों के अंधे मोड़, छीन रहे हैं लोगों की जिंदगी
जिले में भी 22 ऐसे अंधे मोड हैं जो अब तक कइयों की जिंदगी छीन चुके हैं।

बरेली, जेएनएन।  सड़कों पर सुरक्षित सफर पाने का उस पर चलने वाले हर शख्स का अधिकार है, लेकिन तमाम बार लापरवाही के चलते लोगों का आखिरी सफर बन जाता है। सड़कों पर कई चौराहे, घुमाव, तिराहे अक्सर राहगीरों की खून से लाल हो रहे हैं। जिले में भी 22 ऐसे अंधे मोड हैं जो अब तक कइयों की जिंदगी छीन चुके हैं। इन ब्लैक स्पॉट पर हादसों ने अफसरों की आंखें खोली तो वहां हादसे रोकने के काम कराए गए। बावजूद इसके लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शहर के सबसे अंधा मोड मयूर वन चेतना केंद्र के पास है। सड़क घुमावदार होने के कारण वहां कई हादसे हो चुके हैं। पीडब्ल्यूडी ने वहां बोर्ड लगाए, लेकिन उल्टे। इससे वाहन चालक और भ्रमित हो रहे हैं। सड़क सुरक्षा माह में दैनिक जागरण ने ब्लैक स्पॉट का हाल देखा तो विभाग की बड़ी कमी नजर आई।

गलत दिशा बता रहे राजमार्ग के बोर्ड 

बैरियर टू पुलिस चौकी से आगे मयूर वन चेतना केंद्र से ठीक पहले सड़क बायी ओर को घूम रही है, लेकिन वहां जो बोर्ड लगाए गए हैं, वे उल्टे हैं। वहां सड़क किनारे लगे बोर्ड के साइन वाहनों को दायीं ओर जाने का इशारा कर रहे हैं। यह बड़े खतरनाक हैं। रात को और कोहरे में यही बोर्ड चालकों को राह बताते हैं। इनके गलत दिशा को होने के कारण वहां आज भी हादसे की आशंका बनी हुई है। हालांकि पीडब्ल्यूडी ने वहां धीरे चलो के साइन, रंबल स्ट्रिप, ब्रेकर भी बना दिए हैं।

जिले में 22 स्थानों पर हैं ब्लैक 

जिले में 22 स्थानों को ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है। इसमें सबसे अधिक छह अंधे मोड़ बहेड़ी थाना क्षेत्र में हैं। इसी तरह हाफिजगंज में तीन, मीरगंज, फरीदपुर, भोजीपुरा, देवरनियां में दो-दो ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं। इज्जतनगर, बिथरीचैनपुर, सीबीगंज, भुता, सुभाषनगर में एक-एक सड़क पर अंधा मोड घोषित किया गया है। मयूर वन चेतना केंद्र और फरीदपुर फाटक शहर के सबसे नजदीक का बड़ा ब्लैक स्पॉट है।

गांवों की पुरानी सड़कों में सुरक्षा के इंतजाम

शासन ने कुछ दिन पहले ही गांव व कस्बों की सड़कों पर सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए पीडब्ल्यूडी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये जारी किया है। इस रकम से इन सड़कों पर साइनेज बोर्ड लगाने, संकेतक, सफेद पट्टिया, कैट आई, ब्रेकर समेत अन्य सुरक्षा के कार्य किए जाएंगे। पीएमजीएसवाइ की 22 नई सड़कों पर भी रोड सेफ्टी के प्रावधान किए गए हैं।

नए एस्टीमेट में सड़क सुरक्षा का प्रावधान

पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के मुताबिक पिछले करीब डेढ़ साल से जितनी भी सड़कों के एस्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं, उनमें सड़क सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। एस्टीमेट तैयार करते वक्त ही रोड सेफ्टी के सभी बिंदुओं को शामिल कर रहे हैं।

ब्लैक स्पॉट -                   हादसे की वजह -            सुराक्षात्मक कार्य 

मयूर वन चेतना केंद्र          घुमावदार रोड - डिवाइडर,     साइन बोर्ड

नवदिया झादा - चौराहा        अंडरपास, ओवरब्रिज,          साइन बोर्ड

रिठौरा - आबादी क्षेत्र               रोड का चौड़ीकरण,            साइन बोर्ड

लभेड़ा - आबादी क्षेत्र                 रोड का चौड़ीकरण,          साइन बोर्ड

बकेनिया - चौराहा व आबादी क्षेत्र - रोड का चौड़ीकरण,         साइन बोर्ड

सिंधौली चौराहा                           हाईवे चौराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

नल नगरिया तिराहा                      हाईवे तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

निर्माणाधीन टोल प्लाजा                 निर्माण कार्य - साइन बोर्ड, रोड को समतल कराया जाना

कंजा वाली जारत                              घुमावदार सड़क - साइन बोर्ड, कैट आई

जीरो प्वाइंट परसाखेड़ा                            हाईवे तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

राघवपुर मोड                                       घुमावदार रोड - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

महेशपुर फाटक                                       घुमावदार रोड - मोड पर रोड का चौड़ीकरण

रिछा फाटक                                           हाईवे तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

सेमीखेड़ा पेट्रोल पंप                                  डिवाइडर कट - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

जोखनपुर मोड                                        हाईवे तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

शेरगढ़ चौराहा                                          हाईवे चौराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

मंडनपुर तिराहा                                         हाईवे तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

मोहम्मदपुर चौराहा                                     हाईवे चौराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

शाहगढ़ तिराहा                                            हाईवे तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

गुडवारा                                                डिवाइडर कट व घुमावदार रोड - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

बिलवा                                                         फ्लाईओवर कट - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

जादोपुर                                                   आबादी क्षेत्र, तिराहा - साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर

क्या कहते हैं लोग

 मयूर वन चेतना केंद्र के पास ब्रेकर, बोर्ड लगा दिए हैं। इससे पहले की अपेक्षा अब हादसों में कमी आई है। तीव्र मोड होने के कारण हादसे होते हैं।

महेंद्र पाल

- यह सिंगिल रोड है और इस पर वाहनों की संख्या काफी अधिक हकै। जाड़े में इस सड़क पर हादसे का खतरा बढ़ जाता है।

सुशील कुमार

- सड़क किनारे वाहन खड़ा करना बेहद खतरनाक है। सिंगल सड़कों पर इस तरह वाहन खड़े करना अपराध की श्रेणी में आना चाहिए।

साजिद रजा

- ब्लैक स्पॉट चिह्नित करने से ही कुछ नहीं होगा। इसके लिए वहां हादसे रोकने के पुख्ता इंतजाम भी करने जरूरी हैं। सतर्कता जरूरी है।

सुमित शर्मा

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