इतिहास से वाकिफ कराएंगी तहसील भवन की दीवारें
सभागार की दीवारों पर बरेली की कुतुबखाना में बनी अंग्रेजों के जमाने की पहली सदर तहसील की शानदार इमारत की पेटिंग करवाई गई है। यहां आने वालों को इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। बरेली की ख्याति सुरमा बांस और झुमका से हैं।
बरेली, जेएनएन। कई बार देखने में कोशिश छोटी जरुर लगती है लेकिन उसके परिणाम काफी असरदार साबित होते हैैं। यही कोशिश की है जिला प्रशासन ने, जिसने आज की पीढ़ी को इतिहास से वाकिफ कराने के लिए तहसील भवन की दीवारों पर इतिहास को पेटिंग के जरिए जिंदा करने की कोशिश की है। सदर तहसील को आधुनिक लुक दिया गया। सभागार की दीवारों पर बरेली की कुतुबखाना में बनी अंग्रेजों के जमाने की पहली सदर तहसील की शानदार इमारत की पेटिंग करवाई गई है। यहां आने वालों को इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। बरेली की ख्याति सुरमा, बांस और झुमका से हैं। यहां की दीवारों पर बनी पेटिंग इन कहानियों को बखूबी कहती है। सदर तहसीलदार आशुतोष गुप्ता की कोशिशों से दीवारें अब जीवंत हो उठी हैं।
सिर्फ इतिहास ही नहीं, तहसील में दाखिल होते ही लोगों को सामने की दीवार पर प्रमाणपत्र, वारिसान, शादी अनुमति समेत तमाम उन कामों की जानकारी मिलती है, जो तहसील से करवाई जाती है। इस तरह से दीवारों की सुदंरता के साथ लोगों को जरूरी जानकारी भी मिल रही है। बीते दिनों सदर तहसील की अंग्रेजों के जमाने की इमारत का जीर्णाेद्धार करवाया गया है। इसके बाद बनी नई दीवारों का सदुपयोग एक सार्थक सोच के साथ किया जा रहा है।