पहले इन्कार करती रही पुलिस, फिर दर्ज किया हत्या का मुकदमा
धोपेश्वरनाथ मंदिर के बाबा रामचंद्र गिरी की मौत के बाद हत्या से इंकार करने वाली कैंट पुलिस ने बुधवार को हत्या की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ही ली। तहरीर सदर धोपा मंदिर के पास रहने वाले युवक श्याम सिंह की तरफ से थाने में दी गई थी। श्याम सिंह वही हैं जिन्होंने पुलिस को सबसे पहले बाबा के अचेत होने की जानकारी दी थी।
बरेली, जेएनएन : धोपेश्वरनाथ मंदिर के बाबा रामचंद्र गिरी की मौत के बाद हत्या से इंकार करने वाली कैंट पुलिस ने बुधवार को हत्या की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ही ली। तहरीर सदर धोपा मंदिर के पास रहने वाले युवक श्याम सिंह की तरफ से थाने में दी गई थी। श्याम सिंह वही हैं, जिन्होंने पुलिस को सबसे पहले बाबा के अचेत होने की जानकारी दी थी।
घटनाक्रम कुछ ऐसा था कि धोपेश्वर नाथ मंदिर में 55 वर्षीय बाबा रामचंद्र गिरि सोमवार को मंदिर की मढ़ी में खून से लथपथ पड़े मिले थे। उनके मुंह से खून बह रहा था। होली के अवसर पर आस-पास के लोग जब बाबा से मिलने पहुंचे तो उन्हें इस अवस्था में देखा। तत्काल डॉयल 108 को फोन कर एंबुलेंस बुलाई गई। कैंट पुलिस को सूचना दी गई। अस्पताल में डॉक्टरों ने बाबा को मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद बाबा का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बाबा के सिर की हड्डी टूटी होने की पुष्टि हुई। इसके साथ ही सिर के पिछले हिस्से और हाथ पर चोट के निशान मिले। इसी के बाद से बाबा की हत्या की आशंका जताई जा रही थी। रिपोर्ट दर्ज कराने वाले श्याम सिंह के मुताबिक, बाबा शराब व भांग का नशा करते थे। कैंट इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर आने के बाद एफआइआर दर्ज हो चुकी है। मुकदमा दर्ज करने के बाद कैंट पुलिस हर बिदुओं पर जांच कर रही है। बुधवार को पुलिस ने घटनास्थल का दोबारा निरीक्षण किया।