धड़ल्ले से हो रहा है बरेली शहर में चाइनीज मांझे का कारोबार, सर्राफा व्यवसायी की कटी गर्दन
शहर में चाइनीज मांझा का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। बुधवार को चौपुला पुल पर विकास भवन में अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत अतुल कुमार सिंह चाइनीज मांझे के चपेट में आकर घायल हो गए थे।
बरेली, जेएनएन। शहर में चाइनीज मांझा का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। बुधवार को चौपुला पुल पर विकास भवन में अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत अतुल कुमार सिंह चाइनीज मांझे के चपेट में आकर घायल हो गए थे। गुरुवार को श्यामगंज पुल पर राष्ट्र जागरण उद्योग व्यापार मंडल के सदस्य सर्राफ सुमित वर्मा भी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो गए। मांझे से उनकी गर्दन कटते-कटते बच गई। वह गंभीर रुप से घायल हो गए। इससे वह पुल पर ही गिर पड़े। सुमित के भाई चमन ने बताया कि राहगीर सचिन गुप्ता ने तत्त्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया। हम सभी पहुंंचे। इलाज शुरू हुआ। डॉक्टर ने बताया कि सर्राफ बाल-बाल बच गए। यदि एक सूत और कटा होता तो उनकी जान जा सकती थी। निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। घटना से सर्राफा कारोबारियों में रोष है। कहा कि आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शुक्रवार को पदाधिकारी एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे।इसके पहले भी कई लोग चाइनीज मांझे की वजह से घायल हो चुके हैं। कलेक्ट्रेट के बाबू की भी चाइनीज मांझे की वजह से गर्दन कटी थी। तब तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट संजय कुमार ने सख्ती बरती थी लेकिन उनके चले जाने के बाद फिर से धड़ल्ले से चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जाने लगा।