यूपी के इस गांव में बढ़ रहा तनाव, दुकान ताे खुली लेकिन बाल कटाने नहीं पहुंचे अनुसूचित जाति के लोग, जानिए क्या है मामला

Badaun Crime दातागंज कोतवाली क्षेत्र के गांव नेता झुकसा में अनुसूचित जाति के लोगों के बाल न काटने का मामला पुलिस चौकी तक तो पहुंचा लेकिन किसी जिम्मेदार ने गांव तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भले ही सुलह करा दी है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 04:21 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 04:21 PM (IST)
यूपी के इस गांव में बढ़ रहा तनाव, दुकान ताे खुली लेकिन बाल कटाने नहीं पहुंचे अनुसूचित जाति के लोग, जानिए क्या है मामला
यूपी के इस गांव में बढ़ रहा तनाव, दुकान ताे खुली लेकिन बाल कटाने नहीं पहुंचे अनुसूचित जाति के लोग

बरेली, जेएनएन। Badaun Crime : दातागंज कोतवाली क्षेत्र के गांव नेता झुकसा में अनुसूचित जाति के लोगों के बाल न काटने का मामला पुलिस चौकी तक तो पहुंचा लेकिन किसी जिम्मेदार ने गांव तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भले ही दोनों पक्षों के बीच सुलह करा दी है। बावजूद दूसरे दिन भी गांव में तनाव की स्थिति बनी रही। इस बीच बाल काटने की दुकान तो खुल गई, लेकिन वहां कोई अनुसूचित जाति के लोग बाल कटाने के नहीं पहुंच सके।

गांव नेता झुकसा में बाल काटने की तीन दुकानें है। सोमवार को एक दुकान पर अनुसूचित जाति के लोग बाल कटाने के लिए गए थे। जहां किसी विवाद को लेकर दुकानदार ने बाल काटने से मना कर दिया। इस पर दोनों पक्षों के बीच तनाव हो गया था। तनाव को देखते हुए यह मामला कोतवाली तक पहुंचा। कोतवाल के निर्देश पर समरेर चौकी की पुलिस टीम गांव पहुंची और दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी बात सुनी। इसके बाद उनका आपस में समझौता कर दिया।

चौकी इंचार्ज के सामने दोनों पक्षों में तय हुआ था कि दुकानदार यदि अनुसूचित की मांग हुई है। इस मामले में जाति के लोगों के बाल नहीं कटेगा तो दुकान नहीं खुलेगी। इस पर दुकानदार ने बाल काटने की हामी भर दी। जिससे दोनों पक्ष सहमत होकर गांव वापस चले आए थे। मंगलवार को बाल काटने की दुकानें तो खोली गई लेकिन वहां अनुसूचित जाति का कोई व्यक्ति नहीं पहुंचा। इससे कयास लगाए जा रहे है कि अनुसूचित जाति के लोगों में अभी भी रोष व्याप्त है।

इधर कोई जिम्मेदार अधिकारी ने भी गांव पहुंचने की जहमत नहीं उठाई है। गांव में चर्चा है कि कुछ शरारती तत्व दोनों पक्षों के बीच माहौल खराब की योजना बना रहे है। जिससे विवाद को बढ़ावा मिल सके। भीम आर्मी के मंडल महासचिव अनुसूचित जाति के लोगों के घर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी जुटाई। उन्होंने आरोप लगाया है कि अनुसूचित जाति में शामिल एक वर्ग के लोगों के बाल नहीं काटे जाते है। इस तरह से कई गांव हैं।

इस मामले में पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक दातागंज वीरपाल सिंह ने बताया कि अगर कहीं कोई दिक्कत चल रही है तो मामले की जांच कराकर निस्तारण कराया जाएगा। तनाव की कोई स्थिति नहीं है। यदि कोई माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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