चार साल से जमीन के लिए तरस रहा तहसील भवन, टपकती छत के नीचे होता है काम

तहसील बने हुए चार साल का समय होने जा रहा है लेकिन अभी तक भवन बनाने के लिए जमीन नहीं मिल सका है। सिंचाई विभाग के एक जीर्ण-शीर्ण भवन में तहसील का कामकाज संचालित हो रहा है। बरसात में इस भवन की छत टपकने लगती है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 05:47 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 05:47 PM (IST)
चार साल से जमीन के लिए तरस रहा तहसील भवन, टपकती छत के नीचे होता है काम
चार साल से जमीन के लिए तरस रहा तहसील भवन, टपकती छत के नीचे होता है काम

पीलीभीत, जेएनएन। तहसील बने हुए चार साल का समय होने जा रहा है लेकिन अभी तक भवन बनाने के लिए जमीन नहीं मिल सका है। सिंचाई विभाग के एक जीर्ण-शीर्ण भवन में तहसील का कामकाज संचालित हो रहा है। बरसात में इस भवन की छत टपकने लगती है। ऐसे में कर्मचारियों, अधिकारियों के लिए वहां बैठ पाना मुश्किल हो जाता है। सपा शासनकाल में दिसंबर 2016 में अमरिया को नई तहसील का दर्जा मिला था।

सिंचाई विभाग की पुरानी बंद पड़ी रहने वाली नहर कोठी में तहसील मुख्यालय बनाया गया। यह भवन काफी खस्ताहाल है। बरसात के मौसम में पानी टपकता है, जिसमें बैठना मुश्किल हो जाता है। तहसील का अपना कोई भवन अब तक नहीं बन सका है। अभी तक जिला प्रशासन तहसील भवन के लिए जमीन का चयन ही नहीं करा सका। सरकार की ओर से भी तहसील के लिए कोई बजट नहीं दिया गया है।

जिससे तहसील भवन निर्माण के साथ ही अधिकारियों के आवास बन सकें। ऐसे में ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी जिला मुख्यालय से रोजाना आवागमन करते हैं। हालांकि तहसील बन जाने से क्षेत्र वासियों को कुछ लाभ जरूर हुआ है। राशन कार्ड, आय, जाति प्रमाण पत्र आदि के लिए लोगों को सदर तहसील की दौड़ नहीं लगानी पड़ती है।

हालांकि जमीनों की रजिस्ट्री बैनामा आदि के लिए अभी भी जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। तहसील तो स्थापित हो गई लेकिन अभी रजिस्ट्री कार्यालय की दरकार है।

अमरिया तहसील मुख्यालय बने हुए चार वर्ष का समय होने जा रहा है लेकिन क्षेत्रीय लोगों को मूलभूत सुविधाएं अभी नहीं मिल रही हैं। अभी भी जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। भवन बन जाए तो सभी विभाग संचालित हो सकेंगे। रहीस उद्दीन प्रधान सुकटिया

जमीन की रजिस्ट्री बैनामा आदि के लिए अभी भी जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है। तहसील मुख्यालय के साथ रजिस्ट्री कार्यालय की भी दरकार है। जिससे लोगों को जिला मुख्यालय न दौड़ना पड़े।हसीब अहमद प्रधान कैंचू टांडा

तहसील मुख्यालय के साथ साथ अधिकारियों के आवासों की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे ग्रामीणों को सुविधा हो संचालित तहसील भवन में बरसात के मौसम पानी भर जाता है जिससे बहुत दिक्कतें होती हैं हरविंदर सिंह ग्राम बल्लिया

अभी तक तहसील मुख्यालय पुराने सिंचाई विभाग के भवन में चल रहा है। वह भवन काफी जर्जर है। बरसात में बैठने के लिए बहुत दिक्कत होती है। लोग बैठने के लिए परेशान रहते हैं। झाजन लाल प्रधान भूरकोनी

अमरिया तहसील मुख्यालय के लिए शासन द्वारा अभी कोई बजट जारी नहीं हुआ है। अभी तक तहसील भवन व अधिकारियों के आवासों के लिए जमीन की व्यवस्था नहीं हुई है। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। चंद्रभानु सिंह एसडीएम

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