एलएलबी परीक्षा : नकल रोकने में सहयोग न मिलने पर भड़के शिक्षक
बरेली कॉलेज में एलएलबी परीक्षाओं में नकल को रोकने में विधि विभाग के शिक्षकों का सहयोग न मिलने से शिक्षक नाराज हो गए। शुक्रवार को परीक्षा शुरू होते ही सचल दल में शामिल सभी शिक्षक प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन के पास पहुंच गए और इसको लेकर विरोध जताया।
बरेली, जेएनएन। बरेली कॉलेज में एलएलबी परीक्षाओं में नकल को रोकने में विधि विभाग के शिक्षकों का सहयोग न मिलने से शिक्षक नाराज हो गए। शुक्रवार को परीक्षा शुरू होते ही सचल दल में शामिल सभी शिक्षक प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन के पास पहुंच गए और इसको लेकर विरोध जताया। उनका कहना था कि छात्र कमरे में नकल करते हैं और कमरे में ड्यूटी करने वाले कई शिक्षक अनदेखी कर देते हैं। सचल दल वाले जब पकड़ते हैं तो छात्र नेता गलत तरीके से बात करते हैं। उस समय सहयोग नहीं मिलता। शिक्षकों ने साफ कहा कि अगर ऐसे ही रहा तो ड्यूटी मुश्किल होगी।
गुरुवार को एलएलबी परीक्षा के दौरान दो छात्र नकल करते पकड़े गए थे। जिसमें एक छात्र नेता ने काफी हंगामा किया था। इसके अलावा कई छात्र सचल दल के सामने नकल करते रहे। मना करने पर अभद्र तरीके से बात की थी। उस समय विधि विभाग के कई शिक्षक शांत रहे। कुछ तो वहां से चले भी गए। इस बात से नाराज शिक्षकों ने प्राचार्य से मिलकर विरोध जताया। शिक्षकों ने कहा कि 24 घंटे पहले नकल को लेकर हंगामा हुआ और शुक्रवार को परीक्षा केंद्र अधीक्षक ने छुट्टी ले ली। यह गलत है। शिक्षकों का सम्मान है। इससे समझौता नहीं हो सकता। यह भी कहा गया कि एक कमरे में एक सीट पर कहीं तीन परीक्षार्थी बैठाए जा रहे तो उन्हें कोई नहीं टोक रहा। बे-रोक टोक नकल कर रहे, हम रोकते हैं तो विरोध शुरू हो जाता है। शिक्षकों ने कहा कि नकल में पकड़े जाने पर विधिक प्रक्रिया अपनाई जाए। प्राचार्य ने उन्हें आश्वासन दिया कि चीफ प्रॉक्टर संग मीटिंग कर निर्णय लिया जाएगा। प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन का कहना है कि सचल दल के कुछ शिक्षकों की शिकायत थी कि नकल रोकने में विधि के शिक्षक सहयोग नहीं कर रहे। परीक्षा में सभी का सहयोग जरूरी है। अकेले से काम नहीं चलेगा। चीफ प्रॉक्टर संग बैठक कर इस पर निर्णय लेंगे।
परीक्षा स्कीम देखे बिना पहुंचे परीक्षार्थी, लौटाए गए
रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने दो दिन पहले 18 दिसंबर को होने वाली एलएलबी (त्रिवर्षीय) सेकेंड सेमेस्टर में स्पेसिफिक कॉन्ट्रेक्ट विषय की परीक्षा 28 दिसंबर को कर प्रस्तावित कर दी थी। लेकिन शुक्रवार को बहुत से छात्र इसे देखे बिना परीक्षा देने पहुंच गए। बाद में शिक्षकों ने उन्हें नई तिथि बताकर वापस लौटाया।