यूपी के शाहजहांपुर में शिक्षक ने की शर्मनाक हरकत, विरोध करने पर कहा-रॉयल हूं किसी से डरता नहीं
Teacher sent obscene messages शाहजंहापुर में एक शिक्षक की शर्मनाक हरकत सामने आई है।शिक्षक ने अपने साथ काम करने वाली शिक्षिका को पहले तो मोबाइल फोन पर अश्लील मैसेज भेजे।शिक्षिका ने इसका विरोध किया तो गाली-गलौच की और धमकाते हुए कहा मैं रॉयल हूं किसी से डरता नहीं हूं।
बरेली, जेएनएन।Teacher sent obscene messages : शाहजंहापुर में एक शिक्षक की शर्मनाक हरकत सामने आई है।शिक्षक ने अपने साथ काम करने वाली शिक्षिका को पहले तो मोबाइल फोन पर अश्लील मैसेज भेजे।शिक्षिका ने इसका विरोध किया तो गाली-गलौच की और धमकाते हुए कहा कि मैं रॉयल हूं किसी से डरता नहीं हूं। शिक्षिका ने परेशान होकर मामले की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की।इस पर आरोपित शिक्षक को बीएसए ने निलंबित कर दिया है। घटनाक्रम के दस दिन बाद भी शिक्षक ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। इससे अब शिक्षक के खिलाफ विधिक कार्रवाई का शिकंजा कस सकता है। बीएसए ने जांच के लिए महिला खंड शिक्षाधिकारी समेत दो अधिकारियों की समिति गठित कर दी है।
मामला तिलहर विकास खंड के गुरुगवां प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक संदीप मलिक से जुड़ा है। आरेाप है कि उन्होंने विकास खंड के पुवायां के एक विद्यालय में तैनात पीलीभीत निवासी शिक्षका के मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजा। विरेाध करने पर महिला को धमकाया। खुद को रॉयल बताते हुए कहा कि उसका कोई कुछ नहींं बिगाड़ सकता। शिक्षिका ने जून के प्रथम सप्ताह में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की। उन्होंने शिक्षक को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा। लेकिन शिक्षक ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। नतीजतन बीएसस शौकीन सि यादव ने शिक्षक संदीप मलिक को निलंबित कर दिया। बीएसए ने संयुक्त जांच टीम गठित की। जिसमें मदनापुर के खंड शिक्षा अधिकारी सुरेश चंद्र तथा नगर क्षेत्र की महिला खंड शिक्षा अधिकारी सपना रावत को शामिल किया गया है।
आज बीएसए को सौंंपी जाएगी रिपोर्ट : जांच समिति शनिवार को बीएसए को जांच रिपोर्ट सौंप सकती है। हालांकि अभी समिति शिक्षक का पक्ष नहीं जान सकी है। जबकि शिक्षिका ने अपने बयान दर्ज करा दिए है। यदि जांच समिति को शिक्षक आरोप मुक्त होने से संतुष्ट न करा सका जो विधिक कार्रवाई भी की जा सकती है। इससे शिक्षक की मुश्किले बढ़ जाएंगी।
पांच हजार शिक्षिकाएं लेकिन यौन उत्पीड़न समिति नहीं : कार्य स्थल पर महिलाओं का उत्पीड़न रोकने के लिए प्रत्येक विभाग में योन उत्पीड़न समिति गठन का नियम है। बेसिक शिक्षा विभाग में भी करीब तीन साल पहले गठन हुआ था। लेकिन न तो प्रशासन ने महत्व दिया और न ही शिक्षिकाओं ने उपयोगिता समझी। नतीजतन एक भी मामला समिति के पास नहीं आया। जबकि बेसिक शिक्षा विभाग में महिला योन उत्पीड़न के आए दिन मामले आते रहते है। जिन्हें शिक्षकों द्वारा दबा दिया जाता है। पीलीभीत निवासी शिक्षिका को भी बीएसए से शिकायत करनी पड़ी।
क्या कहते हैं अधिकारी : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शौकीन सिंह यादव ने बताया कि विभाग में किसी भी तरह का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षिका की शिकायत आने पर त्वरित कार्रवाई की गई। महिला योन समित का भी पुनगर्ठन किया जाएगा। शिक्षिकाओं को निश्संकोच अपनी बात रखने को प्रेरित किया जाएगा।