Covid-19 Omicron : बरेली में स्वास्थ्य विभाग को चकमा देकर ब्रिटेन वापस लौटा संक्रमित एनआरआइ, बढ़ रहा संक्रमण का खतरा
Surveillance System Failed in Bareilly एक तरफ कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दहशत दुनिया भर में फैल रही है। वहीं दूसरी ओर बरेली में सिस्टम को ठेंगा दिखाकर एनआरआइ पाजिटिव होने के बावजूद वापस ब्रिटेन लाैट गया।
बरेली, जेएनएन। Surveillance System Failed in Bareilly : एक तरफ कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दहशत दुनिया भर में फैल रही है। वहीं दूसरी ओर बरेली में सिस्टम को ठेंगा दिखाकर एक अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) पाजिटिव होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग को भनक लगने से पहले ही वापस ब्रिटेन के लिए रवाना हो गया। अब वापस निकला एनआरआइ कितने लोगों में संक्रमण फैला चुका है, इसका पता कान्टेक्ट ट्रेसिंग के बाद ही चलेगा। हालांकि इससे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार जिस निजी लैब में सैंपल दिया था, वहां से रिपोर्ट पाजिटिव आने के बावजूद युवक वापस ब्रिटेन जाने के लिए कैसे चला गया।
ऐसे में आशंका है कि एनआरआइ ने वापस जाने के लिए कहीं से निगेटिव रिपोर्ट जरूर बनवाई होगी। फोकस लैब में कराई थी जांच, नंबर टेक्नीशियन का था दर्ज चार दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग को एनआरआइ की पाजिटिव रिपोर्ट का पता चला। सर्विलांस के लिए दिए मोबाइल नंबर पर फोन किया तो पता चला कि मोबाइल नंबर फोकस लैब के एक लैब टेक्नीशियन का था। 26 नवंबर को बरेली आने के बाद एनआरआइ ने तीन दिसंबर को इसी लैब में सैंपल दिया था। इसकी रिपोर्ट तीन दिसंबर की देर रात पाजिटिव आई थी।
हालांकि विभाग ने अपडेट हुई रिपोर्ट चार दिसंबर को देखी थी। ब्रिटिश पासपोर्ट पर नहीं था एनआरआइ का बरेली का पता चूंकि एनआरआइ को वापस ब्रिटेन जाना था, इसलिए इससे संबंधित दस्तावेज लैब पर जमा कराए थे। हालांकि ब्रिटिश पासपोर्ट पर बरेली का मूल निवासी होने की ही बात थी, पूरा पता नहीं दर्ज था। किसी तरह स्वास्थ्य विभाग ने ब्रिटिश नागरिकता वाले युवक के पिता का कैंट के सदर बाजार का पता निकाला। टीम के पहुंचने पर पता चला कि बेटे की ब्रिटेन के लिए फ्लाइट शाम करीब चार बजे की थी, इसलिए वह सुबह जल्दी ही निकल गया।
लैब के कर्मचारी की साठगांठ का अंदेशा, थमाया नोटिस कोरोना की पाजिटिव रिपोर्ट आने के बावजूद एनआरआइ के ब्रिटेन के लिए रवाना होने पर फोकस लैब और उसके कर्मचारी पर सवाल खड़े हो गए हैं।वजह, अपडेट की गई रिपोर्ट में एनआरआइ की जगह लैब के ही टेक्नीशियन का नंबर था।यही नहीं, बरेली का पूरा पता भी नहीं लिखा गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि एनआरआइ की अगले दिन फ्लाइट और उसकी पाजिटिव रिपोर्ट होने की वजह से लैब टेक्नीशियन के साथ साठगांठ कर निगेटिव रिपोर्ट बनवाई गई। क्योंकि इसके बिना अंतरराष्ट्रीय उड़ान करना संभव ही नहीं।
फिलहाल जांच के बाद रिपोर्ट में खामियों की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने फोकस लैब को नोटिस जारी किया है।स्विच आफ है एनआरआइ का नंबर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगर रिपोर्ट में सही मोबाइल नंबर या पता होता तो एनआरआइ को समय पर ट्रेस किया जा सकता था।अब युवक फ्लाइट के जरिए ब्रिटेन पहुंच चुका है या नहीं, इसका पता नहीं। क्योंकि पिता से बात होने के बाद एनआरआइ से कई बार संपर्क किया, लेकिन उसका मोबाइल नंबर स्विच आफ ही जा रहा है। उधर, पिता का कहना है कि बेटा घर आने के बाद कहीं बाहर नहीं गया, हालांकि टीम सीधे या परोक्ष रूप से संपर्क में आए लोगों का पता लगाने में जुटी है।