बरेली मेंं पहला Sunday Lockdown लगने से पहले आवश्यक वस्तुओं के लिए दुकानों पर रही भीड़, पुलिस जब सड़कों पर उतरी तब दुकानें हुईंं बंद
35 घंटे के कोरोना कफ्र्यू का ऐलान पहले से था। स्पष्ट निर्देश जारी किए गए कि आवश्यक वस्तुओं की सेवाएं किसी भी प्रकार से बाधित नहीं रहेंगी। बावजूद लोग तय समय के इंतजार में बैठे रहे। घड़ी में साढ़े सात बजते ही एकाएक लोग सड़कों पर उतर आए।
बरेली, जेएनएन। 35 घंटे के कोरोना कफ्र्यू का ऐलान पहले से था। स्पष्ट निर्देश जारी किए गए कि आवश्यक वस्तुओं की सेवाएं किसी भी प्रकार से बाधित नहीं रहेंगी। बावजूद लोग तय समय के इंतजार में बैठे रहे। घड़ी में साढ़े सात बजते ही एकाएक लोग सड़कों पर उतर आए। आवश्यक वस्तुओं के लिए लोगों के बीच मारामारी दिखी। दुकानों पर ऐसी भीड़ उमड़ी कि खड़े होने तक जगह नहीं थी। इस खचाखच भीड़ में न लोगों को शारीरिक दूरी का ख्याल था और न मास्क का। साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे तक सड़कों पर अफरा-तफरी दिखी। इसके बाद पुलिस जब सड़कों पर उतरी तब जाकर आनन-फानन में दुकानें बंद हुई। लोग घरों की ओर निकले। नौ बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरा।
समय : साढ़े सात से साढ़े आठ बजे
स्थान : चौकी चौराहे से कुतुबखाना
चौकी चौराहे से लेकर कुतुबखाने के बीच पड़ने वाली दुकाने पर जमकर भीड़ देखने को मिली। सर्वाधिक भीड़ रोजमर्रा की जरूरतों वाली दुकानों पर थी। यहीं नहीं शराब की दुकानों के साथ-साथ पेट्रोल पंप भी लोगों की जमकर भीड़ उमड़ी। साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे तक अफरा-तफरी का आलम यह था कि पटेल चौक, नावेल्टी चौराहा और कुतुबखाना पर जाम जैसी स्थिति देखने को मिली। हैरत की बात यह नजर आई कि इस भीड़ में भी तमाम लोगों के चेहरे से मास्क गायब था।
समय : साढ़े आठ बजे
स्थान : कुतुबखाने से पटेल चौक
कुतुबखाना चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी पहले से तैनात थे। साढ़े आठ बजे कोतवाली पुलिस भी सड़क पर उतरी। सीओ सिटी दिलीप कुमार ने इंस्पेक्टर कोतवाली पंकज पंत व फोर्स के साथ क्षेत्र के राउंड के बाद पटेल चौक पर चेकिंग शुरू की। प्रतिबंध के बावजूद गुजरने वाले लोगों से पूछताछ शुरू हुई। पहली बार समझाने के बाद पुलिस ने छोड़ दिया लेकिन, फिर से उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
समय : नौ बजे
स्थान : जिला अस्पताल से सिविल लाइंस
सख्ती बढ़ी तो नौ सड़कों पर सन्नाटा पसरना शुरू हाे गया। सवा नाौबजे तक सड़क पूरी तरह से सन्नाटा दिखा। इका-दुक्का लोग सड़कों पर गुजरते दिखे। जिसने पुलिस पूछताछ करती रही, इसके बाद ही जाने की अनुमति दी गई।