बरेली में स्नातक में प्रवेश के लिए छात्रों को होगी परेशानी

यूपी बोर्ड के शत-प्रतिशत नतीजों के साथ ग्रेजुएशन और प्रोफेशनल कोर्सेज में प्रवेश के लिए जिद्दोजहद जोर पकड़ने वाली है। 12वीं के 44677 विद्यार्थियों के लिए बतौर विकल्प सरकारी एडेड और निजी कालेजों में सीटों की भरमार है लेकिन असर लड़ाई बरेली कालेज रानी अवंतीबाई लोधी राजकीय महिला महाविद्यालय और साहूराम गोपीनाथ कन्या महाविद्यालय में होगी। किफायती फीस पर पढ़ाई की चाहत में यही कालेज पूरे मंडल के विद्यार्थियों की पहली पसंद रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 05:34 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 05:34 AM (IST)
बरेली में स्नातक में प्रवेश के लिए छात्रों को होगी परेशानी
बरेली में स्नातक में प्रवेश के लिए छात्रों को होगी परेशानी

बरेली, जेएनएन: यूपी बोर्ड के शत-प्रतिशत नतीजों के साथ ग्रेजुएशन और प्रोफेशनल कोर्सेज में प्रवेश के लिए जिद्दोजहद जोर पकड़ने वाली है। 12वीं के 44,677 विद्यार्थियों के लिए बतौर विकल्प सरकारी, एडेड और निजी कालेजों में सीटों की भरमार है, लेकिन असर लड़ाई बरेली कालेज, रानी अवंतीबाई लोधी राजकीय महिला महाविद्यालय और साहूराम गोपीनाथ कन्या महाविद्यालय में होगी। किफायती फीस पर पढ़ाई की चाहत में यही कालेज पूरे मंडल के विद्यार्थियों की पहली पसंद रहे हैं।

एक्सपर्ट की माने तो 12वीं में उत्तीर्ण होने वाले करीब 30 फीसद विद्यार्थी बरेली के बाहर के विश्वविद्यालयों और कालेजों में एडमिशन लेते हैं। उन्हें देहरादून, दिल्ली और लखनऊ के कालेज पंसद आते हैं। ऐसे में करीब 13,400 विद्यार्थी बरेली के कालेजों में एडमिशन की दौड़ में शामिल ही नहीं होंगे। ऐसे में 31,277 विद्यार्थियों के एडमिशन के लिए तकरीबन 32,500 सीटें मौजूद हैं। इसमें सरकारी और गैर सरकारी कालेज शामिल हैं। बरेली में ग्रेजुएशन एडमिशन में असली लड़ाई राजकीय कालेजों में एडमिशन की होती है। सीधे शब्दों में 32 हजार सीटें नहीं, बल्कि बरेली कालेज की 5,399 सीटों के लिए बच्चों को फाइट करनी होगी। यूपी बोर्ड 12वीं के कुल परीक्षार्थी - 44,677

रेगुलर छात्र -24,471

रेगुलर छात्राएं -16,972

प्राइवेट छात्र -2,383

प्राइवेट छात्राएं -851 बरेली कालेज में 5,399 सीटें ग्रेजुएशन और प्रोफेशनल कोर्सेज की हैं, जबकि संबद्ध कालेजों में 12,000 सीटें ग्रेजुएशन के लिए मौजूद हैं। 16 निजी कालेजों में करीब 15 हजार प्रोफेशनल कोर्सेज की सीटें मौजूद हैं। प्रवेश नियंत्रक बोले, हर साल खाली रह जाती हैं सीटें

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्रवेश नियंत्रक डा. सुरेश कुमार पांडेय ने बताया कि सभी बोर्डो का परीक्षा परिणाम इस बार लगभग शत-प्रतिशत आ रहा है। ऐसे में छात्रों के मन में कहीं न कहीं प्रवेश को लेकर शंका जरूर होगी। इसे दूर करते हुए उन्होंने बताया कि सीटें पर्याप्त हैं। पिछले कई वर्षों से परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत के आस-पास आ रहा है। बावजूद इसके कई कालेजों में स्नातक की सीटें खाली रह जाती हैं। बताया कि यह जरूर हो सकता है कि इस बार छात्रों को उसके मनपसंद का महाविद्यालय मिलने में कुछ दिक्कत हो।

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