गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की अमर गाथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताएंगे विद्यार्थी, जानिये कैसे बताएंगे

Students tell immortal saga of anonymous freedom fighters देश को आजाद कराने में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले जिन स्वतंत्रता सेनानियों से अब तक युवा पीढ़ी अनजान है। ऐसे अमर शहीदों के बारे में विद्यार्थी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपने विचार साझा करेंगे।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:38 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:38 AM (IST)
गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की अमर गाथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताएंगे विद्यार्थी, जानिये कैसे बताएंगे
पोस्ट कार्ड अभियान के तहत 20 दिसंबर तक प्रधानमंत्री को भेजेंगे चिट्ठी

बरेली, जेएनएन। Students tell immortal saga of anonymous freedom fighters : देश को आजाद कराने में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले जिन स्वतंत्रता सेनानियों से अब तक युवा पीढ़ी अनजान है। ऐसे अमर शहीदों के बारे में विद्यार्थी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपने विचार साझा करेंगे। एक दिसंबर से शुरू हुए पोस्ट कार्ड अभियान के तहत छात्र-छात्राएं 20 दिसंबर तक पीएम कार्यालय अपनी चिट्ठी भेज सकते हैं। शिक्षा निदेशक के आदेशानुसार कक्षा चौथी से बारहवीं तक के विद्यार्थी इस पहल का हिस्सा बनेंगे।

हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही स्थानीय भाषा में भी चिट्ठी लिखी जा सकती है। ‘गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी’ या ‘वर्ष 2047 में भारत की परिकल्पना’ विषयों में से किसी एक पर विद्यार्थियों को अपने विचार साझा करने होंगे। बीस दिसंबर तक विद्यालयों को अपने स्तर पर इन विषयों पर प्रतियाेगिता आयोजित करानी होगी। इसके बाद इनमें से 10 सर्वश्रेष्ठ विचारों के पोस्ट कार्डाें का चयन करना है। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) के अनुसार इस संबंध में शिक्षा निदेशक की ओर जारी पत्र को सभी विद्यालयों में भेज दिया गया है। शासन की ओर से इस अभियान के लिए 50 पैसे पोस्ट कार्ड की दर निर्धारित की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी विद्यालयों के छात्रों को इस अभियान का हिस्सा बनना जरूरी है। प्रधानमंत्री तक अपने विचारों को भेजने के बाद छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ेगा।

छात्रों को टीसीएस के करियर की शुरुआत करने की दी जानकारी : एसआरएमएस इंजीनियरिंग एंड टेक्नालोजी के ट्रेनिंग डेवलपमेंट एंड प्लेसमेंट विभाग में पूर्व छात्र अतिथि श्रृंखला के अंतर्गत प्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसे बीटेक 2001-2005 बैच के अंकुश कपूर ने प्रस्तुत किया। इस दौरान मौजूद छात्रों को बताया कि कैसे टीसीएस से अपने करियर की शुरुआत करके अंकुश ने 17 वर्षों में करियर की ऊंचाइयां हासिल करते हुए अपना एक अलग स्थान बनाया है। इस दौरान छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का जवाब भी दिया। इस दौरान बीटेक तृतीय वर्ष, एमबीए प्रथम वर्ष एवं एमसीए के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान डीन एकेडमिक्स डा. प्रभाकर गुप्ता, मैकेनिकल इंजीनियर डा. शैलेंद्र देवा, निर्मल जोशी ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफीसर, मनीषा खंडेलवाल एवं नेहा सक्सेना, निदेशक डेवलपमेंट एवं प्लेसमेंट डा. अनुज कुमार मौजूद रहे।

छात्रों ने मैनेजमेंट व प्रोडक्शन की ली जानकारी : फ्यूचर इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलाजी के एमबीए द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने पार्ले इंडस्ट्रीज रुद्रपुर का भ्रमण कर मैनेजमेंट एवं प्रोडक्शन के कांसेप्ट को जाना। एक दिवसीय विजिट में छात्रों ने पार्ले बिस्किट के बनने की प्रक्रिया विस्तारपूर्वक जानी। एक डाक्यूमेंट्री द्वारा छात्रों को पार्ले ग्रुप उसके उत्पादों एवं पार्ले इंडस्ट्रीज यूनिट रुद्रपुर में प्रोडक्शन की संक्षिप्त जानकारी दी गई। छात्रों ने प्रोडक्शन यूनिट के अंदर जाकर इंवेंट्री, स्टोरेज के बाद मिक्सिंग, मोल्डिंग, बेकिंग, पेकेजिंग, बैचिंग एवं डिस्ट्रीब्यूशन के साथ मानव संसाधन, फाइनेंस, क्वालिटी कंट्रोल, टाइम आफिस, इम्प्लाई वैलफेयर को समझा। फ्यूचर इंस्टीट्यूट के एमडी दीप गुप्ता ने इंडस्ट्रियल विजिट छात्रों के लिए आवश्यक बताई। जिसके द्वारा वह कारपोरेट जगत की कार्यशैली को समझते हैं और अपने आपको उसी के अनुरूप ढालते हैं।

chat bot
आपका साथी