समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग बोले, सरकार के रवैये से हताश और निराश हैं उत्तर प्रदेश के व्यापारी

Samajwadi Vyapar Sabha समाजवादी पार्टी हर वर्ग को साथ लेने का प्रयास कर रही है। इसके लिए 18 मंडलों में सम्मेलन किए जा रहे हैं। हमने पूर्वांचल व मध्यांचल में व्यापारियों की नब्ज पर हाथ रखा है। सभी भाजपा सरकार के संवेदनशील रवैये से हताश व निराश हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 01:30 PM (IST)
समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग बोले, सरकार के रवैये से हताश और निराश हैं उत्तर प्रदेश के व्यापारी
समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग ने बताया कि परेशान व्यापारी सपा की ओर देख रहा है।

बरेली, जेएनएन। Samajwadi Vyapar Sabha : समाजवादी पार्टी हर वर्ग को साथ लेने का प्रयास कर रही है। इसके लिए 18 मंडलों में सम्मेलन किए जा रहे हैं। हमने पूर्वांचल व मध्यांचल में व्यापारियों की नब्ज पर हाथ रखा है। सभी भाजपा सरकार के संवेदनशील रवैये से हताश व निराश हैं। सर्किट हाउस पहुंचे समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग ने यह बातें पत्रकारों से कहीं। उन्होंने बताया कि परेशान व्यापारी सपा की ओर देख रहा है।

बोले, व्यापारियों पर सबसे पहली मार नोटबंदी में पड़ी। छोटा, बड़ा व्यापारी लाइन में खड़ा हुआ। फिर जीएसटी की जटिलताओं में फंस गए। इसमें अब तक 975 संशोधन हो चुके हैं। व्यापारियों की एक उत्पाद एक कर की मांग लंबे समय से पूरी नहीं हो पाई है। तीसरा अनियंत्रित लाकडाउन रहा। जिन व्यापारियों ने जान जोखिम में डालकर लोगों को सामान पहुंचाया। उन्हें फ्रंट लाइन वर्कर नहीं माना गया। कोविड से मरने वाले पंजीकृत व्यापारियों के लिए दस लाख मुआवजे की मांग भी नहीं मानी गई। जिलाध्यक्ष अगम मौर्य, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, मयंक शुक्ला मोंटी, गौरव सक्सेना आदि मौजूद रहे।

सपा छात्र सभा ने रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति को दिया ज्ञापन : समाजवादी छात्र सभा के पदाधिकारियों ने छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए पांच सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह को उनके कार्यालय में गुरुवार को दिया। जिलाध्यक्ष मुकेश यादव के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि एलएलबी, एमएड, पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में की गई फीस वृद्धि को कम करके पुराना शुल्क लिया जाए। परास्नातक प्रवेश में जो विलंब शुल्क छात्रों से लिया जा रहा है उसे हटा दिया जाए।

परीक्षा फार्म भरवाने वाली एजेंसी लगातार गलतियां कर रही हैं। जिसका भुगतान छात्र कर रहे हैं। जो छात्र फार्म भरवाने के लिए योग्य नहीं हैं। उसका भी फार्म भर जाता है और ढेर सारी आरडी लगा दी जाती है। विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के विलंब शुल्क में की गई वृद्धि को वसूला न जाए। पूर्व की भांति जो शुल्क लिए जाने वाले 100 रुपये शुल्क को लिया जाए। विश्वविद्यालय द्वारा हाल में जारी सभी पाठ्यक्रमों के जारी परीक्षा परिणाम में काफी त्रुटियां है, जिसे सही कराने की मांग की गई। कुलपति ने सभी मांगे सुनने के बाद जल्द उनका निराकरण करने की बात कही। गजेंद्र कुर्मी, अवनेश यादव, शिवम प्रजापति. रुपेंद्र सिंह, सुशील मौर्य, केशव, सौरभ वर्मा, अजय प्रताप सिंह आदि रहे।

chat bot
आपका साथी