बरेली कॉलेज उपद्रव मामले में सपा छात्रसभा ने प्राचार्य का किया घेराव, बोले - तोड़-फोड़ करने वालों पर दर्ज कराया जाए मुकदमा

Student Politics on Bareilly College Nuisance बरेली कालेज में बीते सोमवार को हुए उपद्रव व प्राचार्य की कुर्सी से छेड़छाड़ के मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर समाजवादी छात्रसभा ने प्राचार्य का ही घेराव किया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:52 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:52 AM (IST)
बरेली कॉलेज उपद्रव मामले में सपा छात्रसभा ने प्राचार्य का किया घेराव, बोले - तोड़-फोड़ करने वालों पर दर्ज कराया जाए मुकदमा
बरेली कॉलेज उपद्रव मामले में सपा छात्रसभा ने प्राचार्य का किया घेराव

बरेली, जेएनएन। Student Politics on Bareilly College Nuisance : : बरेली कालेज में बीते सोमवार को हुए उपद्रव व प्राचार्य की कुर्सी से छेड़छाड़ के मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर समाजवादी छात्रसभा ने प्राचार्य का ही घेराव किया। महाविद्यालय में नारेबाजी करते हुए सछास के पदाधिकारी व कार्यकर्ता प्राचार्य डा.अनुरोग मोहन कक्ष में पहुंचे और महाविद्यालय में तोड़फोड़ व प्राचार्य कुर्सी से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कहते हुए प्रदर्शन किया। मांगों का एक ज्ञापन भी कार्यवाहक प्राचार्य को दिया।

सछास के पूर्व जिलाध्यक्ष हृदेश यादव, वर्तमान जिलाध्यक्ष मुकेश यादव की अगुवाई में सछास के 100 से अधिक कार्यकर्ता गुरुवार सुबह महाविद्यालय पहुंचे। सभी ने 18 अक्टूबर को कालेज में एबीवीपी के नेताओं के साथ छात्रों द्वारा की गई तोड़फोड़ व प्राचार्य की कुर्सी उठाकर बाहर कीचड़ में रखे जाने के मामले में दोषियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। जबकि महाविद्यालय की ओर से इस मामले में अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी गई है। जिस पर बारादरी पुलिस ने अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। ज्ञापन में दो दिन में कार्रवाई न होने पर आंदोलन करने की बात कही गई। ज्ञापन देने वालों में छात्र सभा महासचिव पाल विक्रांत सिंह, उपाध्यक्ष ठाकुर प्रदीप सिंह, प्रशांत कुमार, प्रशांत यादव, जिला सचिव पवन वर्मा, सौरभ यादव, अमरीश यादव, श्यामवीर यादव, ऋषभ यादव, करन सिंह, उमेश यादव, अंकित पाल आदि रहे।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शैक्षणिक कैलेंडर लागू करने को लेकर किया प्रदर्शन

गुरुवार को खुले महाविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय में शासनादेश के तहत शैक्षणिक कैलेंडर लागू करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। बताया गया कि महाविद्यालय के अधिकांश शिक्षक अध्यापन कार्य से विरत रहते हैं। महाविद्यालय में प्रयोगशाला में छात्रों को प्रयोग की सुविधा नही दी जा रही। छात्रों से खेलकूद शुल्क लिया जाता हैं, लेकिन छात्रों को खेल सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जाती।

पुस्तकालय में नवीन शिक्षा नीति के तहत पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जाने, महाविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं जैसे पेयजल स्वच्छता ,शौचालय की व्यवस्था किए जाने, छात्र-छात्राओं के छात्रावास वर्तमान सत्र में संचालित किए जाने व छात्रों को इंटरनेट सुविधा दिए जाने की मांग की। चीफ प्राक्टर द्वारा जल्द शैक्षणिक कैलेंडर लागू किए जाने की बात पर सभी ने धरना समाप्त किया। यहां अनिल गंगवार, शुभांकर मिश्रा, हर्ष अग्रवाल, अवनी यादव, सुनैना, श्रेयांश बाजपेई, अमन सिंह तोमर, प्रशांत देवल, शिमोंन मार्टिन, रचित, नीरज गोस्वामी आदि रहे।

पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा

बारादरी थाने में पहले कर्मचारी व उसके बाद महाविद्यालय में हुई तोड़फोड़ की घटना के मामले में दो बार तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी भी मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पुलिस केवल दी गई तहरीर की जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कह रही है।

सछास के हंगामे के बाद आया एबीवीपी का नाम

18 अक्टूबर को महाविद्यालय में हुई तोड़फोड़ व प्राचार्य की कुर्सी से छेड़छाड़ के मामले में महाविद्यालय प्रशासन की ओर से जहां अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की तहरीर दी गई थी। वहीं सछास के हंगामा व प्रदर्शन के बाद कार्यवाहक प्राचार्य डा. अनुराग मोहन ने चीफ प्राक्टर को पत्र लिख एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई तोड़ फोड़ के मामले में उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान कर दो दिन में थाना बारादरी में नामजद मुकदमा दर्ज करा अवगत कराने की बात कही।

शिक्षक व कर्मचारियों की बैठक आज

महाविद्यालय में हुए उपद्रव के बाद से शिक्षक व कर्मचारी एक हो गए हैं। आगे की कार्रवाई व रणनीति के लिए संयुक्त सभा महाविद्यालय के सभागार में बुलाई गई है। जिसमें शिक्षक व कर्मचारी कार्रवाई न होने तक कार्य बहिष्कार से लेकर किसी प्रकार का भी निर्णय ले सकते हैं।

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