SP Akhilesh Visit News : मौसम विभाग के अलर्ट ने फेरा सपाईयों के सपनों पर पानी, नहीं आएंगे अखिलेश धरी रह गईं तैयारियां

SP Akhilesh Visit News शाहजहांपुर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का शनिवार का कार्यक्रम स्थगित हो गया है। मौसम विभाग के भारी बारिश व आंधी के अलर्ट को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 04:49 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 04:49 PM (IST)
SP Akhilesh Visit News : मौसम विभाग के अलर्ट ने फेरा सपाईयों के सपनों पर पानी, नहीं आएंगे अखिलेश धरी रह गईं तैयारियां
SP Akhilesh Visit News : मौसम विभाग के अलर्ट ने फेरा सपाईयों के सपनों पर पानी

बरेली, जेएनएन। SP Akhilesh Visit News : शाहजहांपुर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का शनिवार का कार्यक्रम स्थगित हो गया है। मौसम विभाग के भारी बारिश व आंधी के अलर्ट को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने बताया कि उनके आगमन का अगला कार्यक्रम जल्द तय हाेगा।

अखिलेश यादव को शनिवार को बंडा के नानकपुरी गुरुद्वारे में संत सुखदेव सिंह की सालाना बरसी में शामिल होना था। उन्हें शहर में पूर्व राज्यमंत्री राममूूर्ति सिंह वर्मा के आवास पर भी जाना था। जहां राममूर्ति वर्मा के निधन पर संवेदना प्रकट करनी थी। तनवीर ने बताया कि आगमन को लेकर तैयारियां चल रही थीं, लेकिन शुक्रवार को मौसम विभाग के अलर्ट के कारण कार्यक्रम स्थगित हो गया।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को शनिवार को शाहजहांपुर आना था। वह यहां नानकपुरी गुरुद्वारे में संत सुखदेव सिंह भूरिवालों की सालाना बरसी में शामिल होने आ रहे थे। लेकिन मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट दिया है। जिसकी वजह से उन्होंने अपना कार्यक्रम निरस्त कर दिया है। अखिलेश की यहां पर सिख मतदाता व किसानों को बड़ा संदेश देने की कोशिश थी।

जिसके लिए समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी तैयारियाें में जुटे हुए थे।पुवायां तहसील मिनी पंजाब कही जाती है। यहां के बंडा व खुटार ब्लाक में सिख समाज के लोगों की संख्या ज्यादा है।कुछ माह बाद चुनाव होने हैं।अखिलेश यादव का बंडा आने और यहां सिखों के बड़े धार्मिक स्थल सुनासर घाट स्थित बड़ा गुरुद्वारा नानकपुरी में संत सुखदेव सिंह जी की बरसी में शामिल होना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था।

उनके आगमन को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा था। बंडा व खुटार से बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन में शामिल हो चुके हैं।अखिलेश के आगमन से सिख समाज व किसानों के प्रभावित होने की भी संभावना व्यक्त की जा रही थी।

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