ससुर की सांसों का इंतजाम करने निकले दामाद की ही थम गईं सांसें, ससुर का भी निकला दम

बीमार सुसर का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया। दामाद आक्सीजन सिलिंडर लेने के लिए टेंपो से रिश्ते के सालों के साथ बरेली के लिए चल दिए लेकिन किसे पता था कि जो जिंदगी बचाने की दौड़ में लगा है वही जिंदगी हार जाएगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 09:59 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:59 AM (IST)
ससुर की सांसों का इंतजाम करने निकले दामाद की ही थम गईं सांसें, ससुर का भी निकला दम
दामाद की मौत से दो घंटे पहले बिना ऑक्सीजन के थम गईं ससुर की सांसें, कस्बा सेंथल की घटना।

बरेली, जेएनएन। बीमार सुसर का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया। दामाद आक्सीजन सिलिंडर लेने के लिए टेंपो से रिश्ते के सालों के साथ बरेली के लिए चल दिए, लेकिन किसे पता था कि जो जिंदगी बचाने की दौड़ में लगा है, वही जिंदगी हार जाएगा। जिसके लिए सांसों का इंतजाम किया जा रहा है, वह भी इस दुनिया को अलविदा कह देगा। हादसे ने जहां दामाद को निगल लिया। वहीं, बिना आक्सीजन के ससुर ने भी दम तोड़ दिया। दो मौतों ने पूरे परिवार को तोड़ दिया।

सेंथल कस्बे के मुहल्ला नई बस्ती निवासी अल्ताफखां (65) पिछले कुछ समय से बीमार थे, जिनका घर पर ही उपचार चल रहा था। उनका ऑक्सीजन लेवल कम था। घर पर ही ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही थी। जिनकी देखभाल में उनके बच्चों के साथ ही उसी मुहल्ले में रहने वाले उनके दामाद शकील (40) भी लगे थे। ससुर को आक्सीजन की जरूरत थी। इस पर शकील साले सरफराज व छोटे के साथ टेंपो से बुधवार को कस्बे से बरेली आक्सीजन सिलिंडर लेने जा रहे थे।

नैनीताल हाईवे पर गांव आलमपुर के पास तेज रफ्तार कार ने टेंपो में टक्कर मार दी। शकील गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के लिए उन्हें पहले एक मेडिकल कालेज, फिर दूसरी जगह ले जाया गया। जहां गुरुवार सुबह लगभग छह बजे उनकी मौत हो गई। उनके परिवार ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया। उधर, शकील की मौत से दो घंटे पूर्व बिना ऑक्सीजन के उनके ससुर की सांसों की डोर टूट गई। एक साथ दो मौतों से दोनों परिवारों के लोग सदमे में हैं। कस्बे के लोग भी गमजदा हैं।

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