जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी जनप्रतिनिधि और प्रमुख पदाधिकारी के बेटे, बेटी नहीं लड़ सकेंगे चुनाव, दामाद को मिली छूट
भाजपा के जनप्रतिनिधि और प्रमुख पदाधिकारियों के स्वजन जिला पंचायत का चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इसकी स्थिति भी पार्टी ने स्पष्ट कर दी है। स्वजन में नेता के बेटा बेटी चाचा ताऊ उम्मीदवारी नहीं कर सकेंगे। हालांकि दामाद जीजा या साले को इस दायरे में नहीं रखा गया है।
बरेली, जेएनएन। पंचायत चुनाव की तैयारियों में बीजेपी लगी हुई है। एमएलसी चुनाव में परचम लहराने के बाद अब बीजेपी जिला पंचायत चुनाव को भी फतह करना चाहती है। यही वजह है कि कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए तैयारियों का जायजा लेने के लिए पदाधिकारी लगातार दौरा कर रहे हैं। वहीं बीजेपी ने जिला पंचायत में पार्टी के कौन लोग चुनाव लड़ सकेंगे। इसके लिए गाइडलाइन बनाई गई है। इसके हिसाब से भाजपा के जनप्रतिनिध और प्रमुख पदाधिकारियों के स्वजन जिला पंचायत का चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इसकी स्थिति भी पार्टी ने स्पष्ट कर दी है। स्वजन में नेता के बेटा, बेटी, चाचा ताऊ उम्मीदवारी नहीं कर सकेंगे। हालांकि दामाद, जीजा या साला का इस दायरे में नहीं रखा गया है। यदि वे पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं, संगठन के मानक पर खरे उतरते हैं तो दावेदारी कर सकते हैं।गुरुवार को ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष रजनीकांत महेश्वरी सिविल लाइंस कार्यालय पर ब्रज क्षेत्र के मुख्य पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अंतिम पंक्ति का कार्यकर्ता हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वही पंचायत चुनाव में पार्टी को जीत की ओर ले जाएंगे। उन्होंने किसानों के आंदोलन पर कहा कि खलिस्तानवाद, अलगाववाद से प्रभावित आंदोलन का पंचायत चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने पार्टी में हो रही गुटबाजी से काफी नाराज नजर आए। गौरतलब है कि बरेली में एक बड़े पदाधिकारी और नगर अध्यक्ष के बीच इस समय तनातनी चल रही हैं। इसके चलते लेटरबाजी भी हो रही है।