हत्यारे ने शव पर रिफाइंड तेल डालकर जलाया
रिटायर्ड बैंक कर्मी की वृद्ध पत्नी शारदा देवी की हत्या पांच साल की मासूम पोती पाखी के सामने की गई थी।
जागरण संवाददाता, बरेली : किला के केला बाग में घर के अंदर रिटायर्ड बैंक कर्मी की वृद्ध पत्नी शारदा देवी की हत्या पांच साल की मासूम पोती पाखी के सामने की गई थी। हत्यारे ने हत्या के बाद शव को जलाने के लिए पहले लाश के ऊपर घर में रखे कपड़े डाले फिर रसोई में रखा रिफाइंड ऑयल लेकर उसे उड़ेल दिया। इसके बाद रसोई में रखा गैस सिलिंडर लेकर आया और माचिस से शव सिलिंडर समेत शव में आग लगा दी थी। मुहल्ले के कुछ लोगों ने मासूम पाखी से बात की तो पता चला वह खुद दादी की हत्या की गवाह है। हालांकि वह बोलने में अक्षम है, लेकिन पूछने पर सिर्फ इशारे में इतना बताया कि हत्यारे ने शव व सिलिंडर को जलाने के लिए माचिस से आग लगार्इ्र थी। उसके बाद मासूम के आंसू निकल आए और वह रोने लगी। । उसके चेहरे में खौफ साफ दिखाई पड़ रहा है। वहीं शनिवार दोपहर एसएसपी मुनिराज ने भी घटनास्थल का मुआयना किया।
बता दें कि किला के केला बाग निवासी बैंक से रिटायर्ड कर्मचारी रामकृपाल रस्तोगी परिवार से अलग चंदौसी में मकान बनाकर रहते हैं। केला बाग स्थित घर पर उनकी पत्नी शारदा देवी (55) बेटे अमित व पांच साल की पोती पाखी के साथ रहती हैं। अमित ने पहले पड़ोसी गुड्डू पर हत्या का आरोप लगाया लेकिन देर रात उसने अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस को बेटे पर शक, लोकेशन का इंतजार
घटना के बाद जब पुलिस ने लोगों से पूछताछ की तो बेटे अमित पर ही पुलिस का शक गहरा गया है। लोगों की मानें तो पहली पत्नी से तलाक के बाद अमित एक युवती से प्रेम विवाह करना चाहता था। मां शारदा को शायद वह युवती पसंद नहीं थी। लोगों की मानें तो घर में अक्सर कलह होती थी। कुछ लोगों का कहना है कि दोपहर ढाई बजे करीब अमित आसपास देखा गया था। अमित की कॉल डिटेल निकाली जाएगी। वहीं, अमित का कहना है शाम को जब लोगों ने धुआं निकलने की सूचना दी थी, उसके बाद अमित ने मां के नंबर पर कॉल किया लेकिन कॉल नहीं लगी। अमित सुबह से शाम तक इज्जतनगर में जिसके घर काम किया है। उससे भी पुलिस पूछताछ करेगी। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की ली जा रही मदद
पुलिस घटना को खोलने में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की मदद लेने का प्रयास करेगी। बता दें कि घटना के बाद फोरेंसिक टीम बुलाई गई थी। छत से नहीं दरवाजे से ही भागा होगा हत्यारा
बता दें कि शारदा का हत्यारा कोई बाहरी नहीं बल्कि करीबी है। क्योंकि उसे घर के हालात अच्छे से पता थे। उसने शारदा की हत्या की फिर वह दरवाजे से ही निकला है। जबकि अमित का कहना है कि दरवाजे की दोनों चाबी घर के अंदर टंगी मिली थी। अमित ने बताया कि छत का दरवाजा हमेशा बंद रहा है। हत्यारा छत से आया और हत्या कर वहीं से भागा। पुलिस की मानें तो मामला डायवर्ट करने के लिए छत का दरवाजा खोला गया था। दूसरी महिला के साथ रहते हैं अमित के पिता
रिटायर्ड बैंककर्मी रामकृपाल रस्तोगी मुरादाबाद में एसबीआइ में नौकरी करते थे। रिटायरमेंट के बाद वह दूसरी महिला के साथ चंदौसी में मकान बना कर रहते हैं। देर रात वह भी पहुंचे। उनसे बेटे के बारे में पूछा गया लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। साफ कहा कि मेरा कोई मतलब नहीं था।