लाेगाें के लिए संजीवनी बना शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का एप, सलाह के लिए प्रयागराज, बहराइच, गोरखपुर समेत कई जिलों से आ रहे कॉल

ई-संजीवनी एप से यहां के चिकित्सकों से दूसरे जिलों के मरीज व उनके तीमारदार भी वीडियो कॉल के जरिये सलाह ले रहे है। दो दिन में 56 लोगों ने ई संजीवनी एप के जरिये चिकित्सकों को कॉल किए। जिसमे प्रयागराज बहराइच गोरखपुर आदि जिलों के लोग शामिल थे।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:10 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:10 PM (IST)
लाेगाें के लिए संजीवनी बना शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का एप, सलाह के लिए प्रयागराज, बहराइच, गोरखपुर समेत कई जिलों से आ रहे कॉल
लाेगाे के लिए संजीवनी बना शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का एप

बरेली, जेएनएन। ई-संजीवनी एप से यहां के चिकित्सकों से दूसरे जिलों के मरीज व उनके तीमारदार भी वीडियो कॉल के जरिये सलाह ले रहे है। दो दिन में 56 लोगों ने ई संजीवनी एप के जरिये चिकित्सकों को कॉल किए। जिसमे प्रयागराज, बहराइच, गोरखपुर आदि जिलों के लोग शामिल थे।

राजकीय मेडिकल कॉलेज समेत सभी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की वजह से ओपीडी सेवाएं बंद चल रही है। ऐसे में मरीजों के लिए ई संजीवनी एप शुरू किया गया ताकि उन्हें घर बैठे उपचार मिल सके। इसके लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज के 10 चिकित्सकों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए गए है। पहले दिन यानी सोमवार को 26 लोगों ने इस एप के जरिये वीडियो कॉल की थी। जिसमे एक प्रयागराज व एक बहराइच का मरीज शामिल था। जबकि मंगलवार को 30 कॉलल आए जिसमे दस दूसरे जिले के थे।

दूसरे दिन इन जिलों से आए कॉल

गोरखपुर, लखनऊ, बरेली, मेरठ, रामपुर, कानपुर आदि जिले शामिल थे। कॉल करने वालों ने बुखार, दांत में दर्द व बाल रोग से संबंधी बीमारियों के संबंध में सलाह ली।

ई-संजीवनी एप पर सभी चिकित्सकों के नंबर अपडेट कर दिए गए है। यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो गई है। इस लिए मरीज जब कॉल करेंगे तो जहां के नंबर खाली होंगे वहां कॉल पहुंच जाती है। इस सुविधा से मरीजों को काफी सहूलियत मिल रही है। डॉ. पूजा पांडेय त्रिपाठी, पीआरओ राजकीय मेडिकल कॉलेज

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