गन्ने के साथ शिमला मिर्च, सूरजमुखी और आलू की खेती करके शाहजहांपुर के किसान ने बनाया रिकार्ड, जानें कैसे उगाई फसल, कितनी हुई आमदनी
सहफसली गन्ना खेती व नवाचार के लिए छत्तीसगढ़ बिहार झारखंड समेत थाइलैंड नेपाल में शाहजहांपुर को गौरवान्वित करने वाले प्रगतिशील कृषक कौशल मिश्रा ने गन्ने में तीखी मिठास की पैदावार का रिकार्ड बनाया है।ऐसा करके प्रति एकड़ पांच लाख की आर्य प्राप्त की है।
बरेली, (नरेंद्र यादव)। सहफसली गन्ना खेती व नवाचार के लिए छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड समेत थाइलैंड, नेपाल में शाहजहांपुर की गौरवान्वित करने वाले प्रगतिशील कृषक कौशल मिश्रा ने गन्ने में तीखी मिठास की पैदावार का रिकार्ड बनाया है। उन्होंने गन्नेे के साथ शिमला मिर्च, सूरजमुखी व आलू की खेती करके प्रति एकड़ पांच लाख की आर्य प्राप्त की है। गन्ना विकास विभाग ने प्रगतिशील कृषक के खेती में कौशल को देख उनके फार्म को विभाग का मॉडल फार्म घोषित करते हुए चीनी मिल व विभागीय कार्मिकों के लिए भ्रमण अनिवार्य कर दिया है।तहसील सदर गांव गंगा नगर कुर्रिया ढोढो निवासी कौशल मिश्रा गन्ना के साथ आलू, टमाटर, चना, सरसो, मटर, चना समेत दर्जन भर से अधिक फसलों की अंत: फसली खेती करते हैं। शुरुआत में उन्होंने पौध के साथ एक, फिर दो फसले ली। अब पौध में दो तथा पेड़ी में एक समेत कुल तीन अंत:फसली खेती करके प्रति एकड़ पांच लाख की कमाई कर रहे हैं।
मिर्च, बाद सूरजमुखी, फिर बोया आलू
कौशल मिश्रा बताते हैं कि गन्ना फसल के साथ क्रमागत तीन फसलों के लिए दो साल पूर्व शोध शुरू किया। जो सफल साबित हुआ है। एक एकड़ में पहले साल 35 क्विंटल मिर्च, सात क्विंटल सूरजमुखी तथा 600 कट्टा आलू की पैदावार हुई। 700 क्विंटल गन्ना उपज मिली। इससे करीब पांच लाख की आय हुई, जबकि सामान्य खेती में मात्र 400 क्विंटल गन्ना मिल पाता था।
कौशल मिश्रा का आमदनी का गणित
एक एकड़ में गन्ना की ट्रेंच में 1620 शिमला मिर्च, 2340 अचार मिर्च के पौधे लगाए। सात अप्रैल तक 74 हजार की मिर्च की बिक्री कर ली। जबकि लागत मात्र 11 हजार आयी। दस क्विंटल मिर्च अभी और निकलेगी। गत वर्ष मिर्च के बाद 80 हजार की सूरजमुखी व डेढ़ लाख का आलू बिक्री किया। किसान कौशल मिश्रा ने बताया कि यदि कृषक खुद मेहनत करें तो सहफसली गन्ना खेती का कोई मुकाबाला नहीं। एक एकड़ खेत 5 से 6 लाख तक की आय आसानी से प्राप्त की जा सकती है। जिला गन्ना अधिकारी डा. खुशीराम ने बताया कि प्रगतिशील कृषक कौशल मिश्रा के सहफसली गन्ना मॉडल को विभाग ने अपनाया है। प्रदेश की चीनी मिल व विभागीय अधिकारी भ्रमण कर चुके हैं। नेपाल, छत्तीसगढ़ समेत देश भर के कृषक सीखने के लिए आते हैं। किसानों की दूनी आय में कौशल का मॉडल सहायक साबित हो रहा है।